इलाहाबाद हाई कोर्ट ने साक्षी मिश्रा और अजितेश की शादी को ठहराया वैध
उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा की दलित युवक अजितेश से शादी को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वैध माना है और सरकार से उन्हें सुरक्षा प्रदान करने को कहा है। उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर कर सुरक्षा की मांग की थी। इससे पहले बंदूक की नोंक पर हाई कोर्ट के बाहर से जोड़े के अपहरण की अफवाह भी उड़ी थी, लेकिन सुनवाई के दौरान साक्षी और अजितेश दोनों कोर्ट में मौजूद रहे।
काला कोट पहने लोगों ने की अजितेश से मारपीट
समाचार एजेंसी IANS के अनुसार, सुनवाई से पहले प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि कुछ हथियारबंद लोगों ने बंदूक की नोंक पर साक्षी और अजितेश का इलाहाबाद हाई कोर्ट के बाहर से अपहरण कर लिया है। लेकिन बाद में ये अफवाह साबित हुई। वहीं, साक्षी और अजितेश के वकील ने बताया कि काला कोट पहने कुछ लोगों ने सुनवाई के बाद हाई कोर्ट के कॉरिडोर में अजितेश के साथ मारपीट की।
साक्षी ने कही थी पिता से जान के खतरे की बात
हाई प्रोफाइल बन चुका ये मामला कुछ दिन पहले तब सामने आया था जब साक्षी ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर पिता से जान के खतरे की बात कही थी। उन्होंने कहा था, "हमने अपनी मर्जी से शादी कर ली है और अब मेरे घरवालों ने लोगों को हमारे पीछे लगा दिया है। हम भागते-भागते बहुत परेशान हो चुके हैं। हम लोग जहां होटल में रूके हुए थे, वहां सुबह वो आ गए... उनका पूरा प्लान है हमें मारने का।"
"दलित परिवार से हूं, इसलिए मारना चाहते हैं"
अजितेश ने वीडियो में कहा था, "वो लोग अपनी इज्जत बचाने के लिए...क्योंकि मैं एक दलित परिवार से हूं.. वो लोग फिलहाल हमें मारना चाहते हैं। इसलिए हम मीडिया का सहारा ले रहे हैं।" उन्होंने वीडियो में पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी।
साक्षी ने पिता और भाई को दी थी दूर रहने की चेतावनी
वहीं, एक दूसरे वीडियो में साक्षी ने अपने पिता और भाई को खुद से दूर रहने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था, "पापा और विक्की, प्लीज अब मान जाओ और शांति से जियो क्योंकि मैंने सच में शादी कर ली है...पापा आपने जो अपने कुत्ते भेज रखे हैं मेरे पीछे, जैसे कि राजीव राणा, उसको बताओ कि अगर मेरे सिर के ऊपर से पानी चला गया तो उसका पूरा खानदान जेल में होगा।"
विधायक ने बताया राजनीतिक साजिश
विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने मामले को अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा था कि उन्हें अजितेश की जाति नहीं, बल्कि कमाई और उम्र से दिक्कत थी। उन्होंने साक्षी की पीछा करने के आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि वह अपने राजनीतिक कार्य में लगे हुए हैं। वहीं, साक्षी के भाई विक्की भरतौल ने कहा था कि उनकी बहन को सोची-समझी साजिश के तहत फंसाया गया है।