कोरोना वायरस: देश के कुछ इलाकों में शुरू हुआ कम्युनिटी ट्रांसमिशन- AIIMS निदेशक
क्या है खबर?
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), नई दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने सोमवार को कहा कि भारत के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है।
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही।
हालांकि इस दौरान उन्होंने साफ किया कि देश के अधिकांश हिस्सों में अभी भी कोरोना वायरस दूसरे चरण यानि लोकल ट्रांसमिशन के दौर में है।
उन्होंने कहा कि देश को अधिक सतर्क होने की जरूरत है।
चरण
चार चरणों में फैलती है कोई भी बीमारी
किसी भी बीमारी के चार चरण होते हैं। पहले चरण में संक्रमण के मामले विदेश से आते हैं और कोई भी स्थानीय मामला नहीं होता।
दूसरे चरण में लोकल ट्रांसमिशन यानि विदेश से आने वाले संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों को संक्रमण के मामले सामने आते हैं।
तीसरा चरण कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है जिसमें लोगों में तेजी से वायरस फैलने लगता है।
चौथा चरण महामारी होता है जिसमें लोग बड़ी संख्या में मरने लगते हैं।
खतरा
कम्युनिटी ट्रांसमिशन के दौरान संक्रमण का स्त्रोत पता लगा पाना होता है नामुमकिन
कम्युनिटी ट्रांसमिशन के दौरान किसी व्यक्ति को संक्रमण कैसे हुआ, इसका पता लगाना नामुमकिन होता है।
जो लोग विदेश नहीं गए या संक्रमित लोगों के संपर्क में नहीं आए, उनको भी संक्रमण होने लगता है।
इससे संकेत मिलता है कि ऐसे कई संक्रमित लोग घूम रहे हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाई है और वे दूसरे लोगों में वायरस फैला रहे हैं।
इस चरण में मामले कई गुना तेजी से बढ़ते हैं और महामारी का रूप ले सकते हैं।
सरकार का पक्ष
कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू न होने की बात कहती रही है सरकार
केंद्र सरकार और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) दोनों ही कहते रहे हैं कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है और देश अभी भी दूसरे चरण में है।
इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय का एक दस्तावेज सामने आया था जिसमें कोरोना वायरस के लिमिटेड कम्युनिटी ट्रांसमिशन के दौर में होने के संकेत दिए गए थे।
बाद में मंत्रालय ने इसे नकारते हुए कहा था कि देश में अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है।
बयान
AIIMS निदेशक बोले- कुछ इलाकों में लोकल कम्युनिटी ट्रांसमिशन देखने को मिला
अब AIIMS निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कुछ इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने की बात कही है।
न्यूज चैनल 'आज तक' से बात करते हुए उन्होंने कहा, "कुछ इलाकों में केस तेजी से बढ़े हैं और कुछ इलाकों में लोकल कम्युनिटी ट्रांसमिशन भी देखने को मिला है, जैसे कि मुंबई।"
हालांकि आगे उन्होंने साफ किया कि भारत के ज्यादातर इलाके अभी भी कोरोना वायरस महामारी के दूसरे चरण में हैं।
सावधानी
"अधिक सतर्क रहने की जरूरत"
डॉ गुलेरिया ने इस दौरान कहा कि भले ही कुछ इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा हो, लेकिन अगर इसे शुरूआती स्तर पर ही रोक दिया जाता है तो चिंता करने की कोई बात नहीं होगी।
उन्होंने कहा, "कुछ इलाकों में लोकल कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है और इसलिए हमें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।"
उन्होंने तबलीगी जमात के आयोजन को भी मामलों में उछाल का एक कारण बताया और इसके सभी सदस्यों को ढूढ़ने की बात कही।
लॉकडाउन
लॉकडाउन पर 10 अप्रैल के बाद ही कुछ कहना संभव- डॉ गुलेरिया
डॉ गुलेरिया से जब 21 दिन के लॉकडाउन के बढ़ने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल के बाद ही स्थिति कुछ साफ हो पाएगी क्योंकि तब महत्वपूर्ण डाटा उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा, "हमें 10 अप्रैल तक और डाटा मिलने की उम्मीद है। तभी हम कह पाएंगे कि लॉकडाउन बढ़ेगा या नहीं। स्थिति को सामान्य होने में कुछ समय लगेगा।"
उन्होंने लोगों से डॉक्टरों की मदद करने की अपील की।
जानकारी
भारत में कोरोना वायरस की क्या स्थिति?
भारत में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल आया है और अब तक 4,067 लोगों को इससे संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 109 की मौत हुई है, वहीं 292 को इलाज के बाद घर भेजा चुका है।