किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी ने थानाप्रभारी पर किया तलवार से हमला, गिरफ्तार
क्या है खबर?
कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर करीब तीन महीनों से सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन में मंगलवार रात को पुलिस पर हमले की घटना सामने आई है।
एक प्रदर्शनकारी ने पहले तो तलवार के दम पर एक पुलिसकर्मी की कार को छीन लिया और भागने का प्रयास किया।
पुलिस ने जब उसका पीछा किया तो आरोपी ने एक उप निरीक्षक पर तलवार से हमला कर दिया। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे दबोच लिया।
प्रकरण
तलवार दिखाकर छीनी पुलिसकर्मी की कार
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पंजाब निवासी हरप्रीत सिंह है। वह पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन में शामिल था। मंगलवार रात को पुलिस मौके पर गश्त कर रही थी। उसी दौरान आरोपी ने तलवार के दम पर एक पुलिसकर्मी की कार छीन ली और उसे लेकर भागना शुरू कर दिया।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया तो वह मुबारका चौक पर कार को छोड़कर वहां खड़ी स्कूटी को लेकर फरार हो गया।
हमला
पीछा करने के दौरान आरोपी ने किया थानाप्रभारी पर हमला
पुलिस ने बताया कि आरोपी के स्कूटी लेकर फरार होने के बाद समयपुर बादली थानाप्रभारी आशीष दुबे के नेतृत्व में पुलिस ने आरोपी का पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस को पीछे आते देखकर आरोपी ने कुछ ही दूरी पर थानाप्रभारी दुबे पर तलवार से हमला कर दिया। इससे उनकी गर्दन और अंगुलियों में चोट आई।
पुलिस ने बताया कि बाद में कुछ पुलिसकर्मियों ने थानाप्रभारी को अस्पताल पहुंचाया, जबकि अन्य पुलिसकर्मियों ने पीछा का अरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कार्रवाई
आरोपी के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज किया मामला
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 392 (लूट), 307 (हत्या का प्रयास) और राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद आरोपी का मेडिकल भी कराया गया था। इसमें उसके किसी प्रकार कर नशा किए होने की भी पुष्टि हुई है। आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बयान
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
मामले में किसान यूनियनों का कहना है कि मांगे पूरी होने तक किसान हर प्रकार की कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार है। वह आने वाली गर्मियों में भी मौके पर डटे रहेंगे। इसके लिए किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
यूनियनों ने कहा कि सभी किसान आगामी 18 फरवरी को रेल मार्गों को जाम करेंगे। आंदोलन के कमजोर होने की अफवाहे उड़ाई जा रही है, लेकिन साफ कर दें कि गांव-गांव में पंचायते हो चुकी है।