भारत-चीन तनाव: झारखंड सरकार ने रोकी सीमा के पास सड़क निर्माण के लिए मजदूरों की रवानगी
क्या है खबर?
लद्दाख की गलवान वैली में सोमवार रात को भारतीय जवानों की चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प का असर सीमा सड़क संगठन (BRO) के काम पर भी पड़ा है।
झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने को लेकर झारखंड सरकार ने चीनी सीमा के पास सड़क निर्माण कार्य के लिए मंगलवार को संताल के 1,600 मजदूरों को लेकर जाने वाली विशेष ट्रेन को रोक दिया। अब सीमा पर स्थिति सामान्य होने पर ही मजदूरों को भेजा जाएगा।
निर्णय
झारखंड सरकार ने आखिरी समय में किया निर्णय
BRO के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार शाम 7 बजे 1,600 श्रमिकों को लेकर एक विशेष ट्रेन दुमका से चंडीगढ़ के लिए रवाना होने वाली थी। सभी श्रमिक ट्रेन में सवार होने के लिए तैयार थे, लेकिन सरकार ने चीन सीमा पर हुए विवाद को देखते हुए 6 बजे श्रमिकों की रवानगी को निरस्त कर दिया।
सरकार BRO अधिकारियों से संपर्क में है और स्थिति सामान्य होने पर ही मजदूर भेजने की बात कह रही है।
जानकारी
11,000 श्रमिकों को किया था पंजीयन
BRO के अधिकारी ने बताया कि भारत-चीन सीमा सहित अन्य सीमा क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य के लिए झारखंड से 11,000 श्रमिकों का पंजीयन किया गया था, लेकिन अंतिम समय पर ट्रेन के निरस्त किए जाने से मजदूर नहीं जा पाए।
रवाना
1,600 मजदूरों की एक ट्रेन शनिवार को हुई थी रवाना
BRO के अधिकारी ने बताया कि पंजीकृत 11,000 श्रमिकों में 1,600 श्रमिकों की पहली ट्रेन गत 13 जून को रवाना हो चुकी है। उस ट्रेन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
उन्होंने बताया कि अब अगली ट्रेन 20 जून को रवाना होने वाली है, लेकिन सीमा पर बढ़े तनाव के कारण अब उस ट्रेन के संचालन की उम्मीद भी कम ही है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को भेजने को लेकर सरकार से वार्ता जारी है।
मजबूरी
झारखंड के श्रमिकों ले जाना है BRO की मजबूरी
BRO के अधिकारी ने बताया कि वह अन्य राज्यों से भी श्रमिक ले जा सकते हैं, लेकिन झारखंड के श्रमिक अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में काम करने के तरीकों से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्हें पता है कि वहां कैसे काम किया जाता है। ये लोग दशकों से वहां काम कर रहे हैं। ऐसे में झारखंड के श्रमिकों को ले जाना उनकी मजबूरी है।
उन्होंने बताया कि श्रमिकों की कमी के कारण सीमा पर कार्य प्रभावित हो रहा है।
शहादत
कर्नल समेत 20 जवान शहीद, कई घायल
चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प के बाद बयान जारी करते हुए भारतीय सेना ने जानकारी दी कि तेलंगाना के रहने वाले कर्नल बी संतोष बाबू, तमिलनाडु के रहने वाले हवलदार पलानी और झारखंड के सिपाही ओझा शहीद हुए हैं।
देर रात सेना ने एक और बयान जारी कर बताया कि झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए 17 और जवानों ने दम तोड़ दिया है, जिसके बाद शहीदों की संख्या बढ़कर 20 हो गई। सीमा पर तनाव बरकरार है।