सोनभद्र हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलीं प्रियंका गांधी, कहा- मैं फिर आउंगी
क्या है खबर?
सोनभद्र में हुए जमीनी विवाद में पीड़ित लोगों के परिजनों से मिलने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि वो फिर उनसे मिलने आएंगी।
हिंसा पीड़ितों से मिले बिना वापस जाने की मांग पर अड़ने की मांग पर अड़ीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से पीड़ित परिवारों के कुछ लोगों ने शनिवार को चुनार गेस्ट हाउस में मुलाकात की।
इस दौरान प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा देगी।
दौरा
शुक्रवार को वाराणसी पहुंची थीं प्रियंका
पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने कहा, "जो अधिकारी मुझे पीड़ित परिवारों से मिलने से रोक रहे थे वो अब कह रहे हैं कि मुझे गिरफ्तार नहीं किया गया था और मैं जहां मर्जी जा सकती हूं। मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि मैं परिवारों से मिल चुकी है। मैं अभी जा रही हूं लेकिन मैं वापस आउंगी।"
प्रियंका गांधी शुक्रवार से ही पीड़ित परिवारों से मिलने की मांग पर अड़ी थीं।
धरना
पुलिस ने रोका तो धरने पर बैठीं प्रियंका
प्रिंयका ने राज्य सरकार से मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।
बता दें, कि सोनभद्र के उम्भा गांव में जमीनी विवाद में 10 लोगों की मौत हो गई थी। शुक्रवार को प्रियंका ने विवाद में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी।
इसके बाद वो सोनभद्र जा रही थी, जब प्रशासन ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। प्रियंका ने पीड़ितों से मिले बिना वापस जाने से इनकार करते हुए वहीं धरना शुरू कर दिया।
हिरासत
पुलिस ने लिया हिरासत में
उत्तर प्रदेश पुलिस ने धरने पर बैठी प्रियंका को हिरासत में ले लिया और उन्हें चुनार फोर्ट ले गई।
प्रियंका ने कहा कि यूपी सरकार अगर उन्हें जेल में डालना चाहे तो वो इसके लिए तैयार हैं।
प्रिंयका ने रात इसी फोर्ट में गुजारी। प्रियंका ने कहा कि अगर सोनभद्र में धारा 144 है तो वो इसका उल्लंघन नहीं कर रही हैं।
इस दौरान प्रियंका के समर्थन में पहुंच रहे कई कांग्रेस नेताओं को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया।
जानकारी
वाराणसी एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे तृणमूल कांग्रेस सांसद
सोनभद्र जाने के लिए आए ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी पुलिस वाराणसी एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया गया। इसके बाद पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और अन्य सांसद एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए।
मामला
क्या था सोनभद्र में हुआ विवाद
बतौर रिपोर्ट्स, सोनभद्र के उभ्भा गांव में लगभग चार करोड़ रुपये की कीमत की 112 बीघा जमीन के लिए गांव के प्रधान और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया था।
इसमें 10 लोगों की जान चली गई। दरअसल, दशकों पहले इस गांव की 600 बीघा जमीन आदर्श वेलफेयर सोसायटी के नाम की गई थी।
इस जमीन पर सालों से ग्रामीण खेती करते आ रहे हैं। विरोध के बावजूद सोसायटी ने 112 बीघा जमीन प्रधान के नाम कर दी थी।
मामला
मामले में 29 लोग गिरफ्तार- योगी आदित्यनाथ
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण इस शिकायत को लेकर कमिश्नर कोर्ट जा रहे थे।
इसकी जानकारी पाकर गांव का प्रधान यज्ञदत अपने परिवार और लोगों के साथ आकर जमीन जोतने लगा।
यज्ञदत्त 32 ट्रैक्टरों में 60-70 लोगों के साथ पहुंचा था। ये लोग लाठी-डंडा, भाला, राइफल और बंदूक लेकर आए थे।
जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने गोलियां चला दी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।