उत्तराखंड: नैनीताल में उफनती नदी में गिरी यात्रियों से भरी कार, 9 लोगों की मौत
क्या है खबर?
उत्तराखंड में नैनीताल जिले के रामनगर इलाके में बारिश के कारण उफान पर आई ढेलवा नदी में यात्रियों से भरी कार के गिर जाने से उसमें सवार 9 लोगों की मौत हो गई।
इस दौरान मौके पर पहुंचे आस-पास के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद दो लोगों को सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया।
इनमें एक बच्ची भी शामिल है। कार में कुल 11 लोग सवार थे और सभी पंजाब के मूल निवासी बताए जा रहे हैं।
हादसा
बरसाती नाला पाल करते समय हुआ हादसा
न्यूज 18 के अनुसार, पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि पंजाब से अर्टिगा कार में नैनीताल आए 11 पर्यटक सुबह 5 बजे वो घूमने के लिए निकले थे।
उन्होंने बताया कि रामनगर में रात 2 बजे से ही बारिश हो रही थी। इससे सभी नदी और नाले उफान पर थे। पर्यटकों के ढेला से रामनगर की तरफ लौटते समय ढेला नदी के पुुल पर पानी के तेज बहाव के कारण कार नदी में गिर गई।
बयान
इशारे के बाद भी चालक ने नहीं रोकी कार
एक प्रत्यक्षदर्शी ने DIG को बताया कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे कार तेज रफ्तार में रामनगर की ओर आ रही थी। चालक ने ढेला पुल पर तेज गति से बहते पानी के बीच से कार को निकालने का प्रयास किया तो उसने चालक को रुकने का इशारा किया था। इसके बाद भी चालक ने कार नहीं रोकी और पानी के बीच ले आया।
उसने बताया कि कार अनियंत्रित होकर पुल से उफान मारती ढेलवा नदी में समा गई।
बचाव
चार घंटे की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला
DIG ने बताया कि नदी में गिरने के बाद कार पत्थरों के बीच फंस गई। इससे उसमें सवार नौ लोगों की मौके पर मौत हो गई। हालांकि, पुलिस और ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए एक बच्ची सहित दो लोगों को कार से सुरक्षित निकालकर अस्पताल में भर्ती करा दिया।
उन्होंने बताया कि पहले तो कार को ट्रैक्टर की मदद से खींचने का प्रयास किया गया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में कार के दरवाजे खोलकर शवों को निकाला गया।
प्रयास
पुलिस कर रही है शवों की पहचान के प्रयास
DIG ने बताया कि कार पंजाब के पटियाला जिला परिवहन कार्यालय से पंजीकृत है। ऐसे में शवों की पहचान के लिए पटियाला पुलिस को सूचना दी गई है। स्थानीय पुलिस शवों के पास मिले दस्तावेजों के आधार पर भी उनकी पहचान करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में पर्यटकों को नदी-नालों के पास जाने के साथ भूस्खलन वाली जगहों पर जाने से भी बचना चाहिए। पहाड़ी इलाकों में सतर्कता बहुत जरूरी है।