शिक्षक भर्ती: लखनऊ में अभ्यर्थियों ने भाजपा कार्यालय घेरा, बोले- वोट लेते हैं, हक नहीं देते
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में 69,000 शिक्षकों की भर्ती मामले में नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में स्थित भाजपा के कार्यालय का घेराव किया।
अमर उजाला के मुताबिक, प्रदर्शन करने वालों में पिछड़े और दलित वर्ग के अभ्यर्थी शामिल हैं।
अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि पिछड़ों के नाम पर उनका वोट लिया जाता है, लेकिन हक नहीं दिया जाता।
इस दौरान पुलिस बल ने अभ्यर्थियों को कार्यालय से जबरन खदेड़ा।
प्रदर्शन
काफी दिनों से धरना दे रहे हैं अभ्यर्थी
अपनी मांगों को लेकर पिछले काफी दिनों से इको गार्डन में धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले 3 साल से वह नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक से भी मुलाकात की थी, जिन्होंने जल्द ही कोर्ट के आदेश का संज्ञान लेते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया था।
अभ्यर्थियों का कहना है कि वह नियुक्ति की लिखित कार्यवाही होने तक अपना धरना जारी रखेंगे।
विवाद
क्या है भर्ती मामला?
शिक्षक भर्ती मामले में 2 तरह की मांगों को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती में 19,000 पदों पर आरक्षण घोटाला हुआ है और OBC और SC उम्मीदवारों की तय आरक्षण से काफी कम सीटों पर भर्ती हुई है।
इसके अलावा दूसरा मामला कोर्ट के गलत सवाल के कारण एक अंक बढ़ाकर दूसरी मेरिट सूची जारी करने के आदेश से संबंधित है। सरकार ने अभी तक ये सूची जारी कर नियुक्ति नहीं की है।