महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसा: जांच के लिए 4 सदस्यीय पैनल गठित, स्कूल की लापरवाही आई सामने
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुए स्कूल बस हादसे की जांच के लिए 4 सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है। अपर उप कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित इस पैनल में कनीना के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट और पुलिस उपाधीक्षक और नारनौल के जिला शिक्षा अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा हरियाणा शिक्षा विभाग ने आज वाहन सुरक्षा नीति पर एक अहम बैठक भी बुलाई है, जिसमें सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शामिल होना होगा।
क्या है मामला?
गुरुवार को महेंद्रगढ़ के कनीना के उन्हाणी गांव के पास एक स्कूल बस पेड़ से टकराकर पलट गई थी। हादसे में 6 बच्चों की मौत हुई थी, जबकि 20 से अधिक बच्चे घायल हुए थे। यह बस GL पब्लिक स्कूल की थी और इसमें प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के 40 बच्चे सवार थे। यह हादसा बस चालक की लापरवाही की वजह से हुआ था और वह नशे में तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहा था।
ग्रामीणों ने छीन ली थी चालक से चाबी, स्कूल प्रशासन ने वापस दिलवाई
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बस चालक धर्मेंद्र को नशे में देखकर कुछ ग्रामीणों ने उसे रोकने की कोशिश की थी और बस की चाबी निकालकर इसे जाने देने से मना कर दिया था। हालांकि, स्कूल प्रशासन ने उन्हें धर्मेंद्र को हटाने और भविष्य में उसकी जगह दूसरा चालक भेजने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद उन्होंने चाबी वापस कर दी। कुछ दूर जाकर ही धर्मेंद्र ने बस पेड़ में ठोक दी।
बच्चों के माता-पिता ने भी की थी धर्मेंद्र के शराब पीने की शिकायत
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, ग्रामाणों के अलावा कुछ बच्चों के माता-पिता ने भी स्कूल प्रशासन से धर्मेंद्र की शराब पीने की आदत की शिकायत की थी। गुरुवार को हादसे वाले दिन भी उन्होंने धर्मेंद्र के नशे में होने की सूचना दी थी। धर्मेंद्र को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया था। मेडिकल जांच में उसके नशे में होने की पुष्टि हुई है। उसके अलावा स्कूल की प्रधानाचार्य दीप्ति और उसके सहायक होशियार सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
इन चीजों को लेकर भी घिरा स्कूल
स्कूल मामले में एक अन्य चीजों को लेकर भी घिरा हुआ है। ईद की छुट्टी के दिन भी खुले होने के लिए उस पर सवाल उठ रहे हैं और उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा जो बस दुर्घटना की शिकार हुई, उसके पास 2018 से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं है, इसके बावजूद उसका इस्तेमाल किया जा रहा था। बस के अन्य दस्तावेज भी पूरे नहीं है, जिसके कारण उस पर 15,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
रद्द हो सकती है स्कूल की मान्यता
मामले में स्कूल की मान्यता भी रद्द हो सकती है। महेंद्रगढ़ की डिप्टी कमिश्नर मोनिका गुप्ता ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी ने ईद पर भी खुलने के लिए स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव भेजा है।