महाराष्ट्र में बारिश का तांडव, रायगढ़ जिले में भूस्खलन में हुई 36 लोगों की मौत
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश का दौर जारी है। इसके कारण नदी और नाले पूरी तरह से उफान पर है। मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित रायगढ़ जिले के महाड़ में बारिश के बाद तीन जगहों पर हुए भूस्ख्लन से मलबे में दबने से 36 लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य की तलाश जारी है। जिले में बाढ़ के हालात बने हुए हैं और लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से बचाया जा रहा है।
कोंकण क्षेत्र में कई दिनों से हो रही है भारी बारिश
बता दें कि वैसे तो पिछले कई दिनों से पूरे महाराष्ट्र में ही बारिश का दौर जारी है, लेकिन कोंकण क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है। इसके चलते सावित्री नदी सहित अन्य नदियां उफान पर है। ग्रामीण इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। ऐसे में हेलीकॉप्टर की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में जुलाई के महीने में पिछले 40 सालों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है।
तलई इलाके में भूस्खलन से हुई सबसे ज्यादा 32 लोगों की मौत
NDTV के अनुसार, रायगढ जिले में लगातार बारिश होने से गुरुवार शाम को तलई, साखर सुतारवाडी सहित तीन जगहों पर भूस्खलन से कई घर मलबे में दब गए। बचाव टीम ने तलई इलाके में भूस्खलन के मलबे से 32 लोगों के शवों को निकाला है, जबकि चार लोगों के शव साखर सुतारवाड़ी में मिले हैं। दोनों जगहों पर 15 लोगों को बचाया गया है और अभी भी करीब 35 लोगों की तलाश जारी है। मौके पर हालात बेहद खराब हैं।
राहत कार्य में ली जा रही है NDRF, कोस्टगार्ड और नौसेना की मदद
अधिकारियों ने बताया कि महाड में सावित्री नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई घर पानी में डूब गए। वहां बचाव के लिए NDRF और कोस्टगार्ड की मदद ली जा रही थी। शुक्रवार से नौसेना की टीम भी मदद ली गई है। पानी में फंसे लोगों को हेलीकॉप्ट की मदद से बाहर निकाला जा रहा है। इसी तरह पानी में फंसे लोगों से घरों की छत या ऊंचाई वाली जगहों पर पहुंचने की अपील की गई है।
रत्नागिरी में बारिश के कारण 12 फीट बढ़ा पानी
मुंबई से 250 किलोमीटर दूर रत्नागिरी जिले के तटीय शहर चिपलून के कुछ हिस्सों में 24 घंटे से लगातार बारिश के बाद जल स्तर 12 फीट तक बढ़ गया। इसके कारण वशिष्ठ नदी खतरे के निशान से ऊंपर पहुंच गई है और सड़कें तथा घर जलमग्न हो गए। कस्बे में बिजली आपूर्ति ठप है और फोन कनेक्शन खराब हैं। एक समर्पित कोविड अस्पताल बाढ़ के पानी से घिरा हुआ था और मरीजों को नावों में बचाते हुए देखा गया है।
बारिश के कारण प्रभावित हुआ रेल यातायात
भारी बारिश के कारण कई इलाकों में रेल की पटरियां बह गए है। ऐसे में कोंकण रेल प्रशासन ने नौ ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया है। इससे करीब छह हजार यात्री प्रभावित हुए हैं। कोल्हापुर जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों के जलमग्न हो जाने पर करीब 47 गांवों का संपर्क टूट गया है और 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। यहां एक महिला सहित दो लोग पानी में बह गए और उनकी तलाश जारी है।
मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने कई क्षेत्रों के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिससे संकेत मिलता है कि अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। इधर, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों के साथ बैठक कर लगातार हो रही बारिश से इन दो तटीय जिलों में उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने और नदियों के जलस्तर पर नजर रखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया है।