उत्तर प्रदेश: मिड-डे मील की खौलती सब्जी में गिरने से तीन वर्षीय मासूम की मौत
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में रामपुर अटारी गांव निवासी उस दंपति ने कभी नहीं नहीं सोचा था कि अपनी तीन साल की जिस मासूम को वह अक्षर ज्ञान के लिए भाइयों के साथ स्कूल भेज रहे हैं, वह फिर कभी नहीं लौटेगी और उसकी मिड-डे मील में पकाई जा रही सब्जी के खौलते भगोने में गिरने से मौत हो जाएगी।
सोमवार को घटी इस घटना से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप।
लापरवाही
मासूम के भगौने में गिरने के बाद भी नहीं चला महिलाओं को पता
मिड-डे मील के तहत पकाए जा रहे खाने के दौरान लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खेलती हुई मासूम आंचल पुत्री भागीरथ अन्य खाद सामग्रियों से टकराकर खौलते भगौने में गिर जाती है, लेकिन खाना पका रही छह महिलाओं को इसकी भनक तक नहीं लगती।
इसका कारण यह था कि सभी महिलाएं इयरफोन लगाकर गाने सुन रही थी। बाद में जब उन्हें पता चला तो वो मासूम को निकालने की जगह वहां से फरार हो गई।
मौत
मासूम ने अस्पताल में तोड़ा दम
खाना पका रही महिलाओं के अचानक वहां से भागने के बाद अन्य शिक्षकों ने मासूम को खौलती सब्जी के भगौने से बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वह इस कदर झुलस चुकी थी उसे बचा पाना मुश्किल था और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
घटना के बाद मासूम के पिता भागीरथ ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।
निलंबित
जिला कलक्टर ने प्रधानाध्यापक को किया निलंबित
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलक्टर सुशील कुमार पटेल ने तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा बेसिक शिक्षा अधिकारी को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
इधर, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव ने कहा कि वह खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट आने के बाद मामले की विभागीय जांच कराएंगे।
पुलिस मिड-डे मील में खाना पकाने वाली सभी छह महिलाओं की तलाश कर रही है।
खुलासा
मासूम छात्रा का नहीं था स्कूल में दाखिला
घटना के बाद मामले की जांच में सामने आया है कि मासूम बालिका ने स्कूल में दाखिला नहीं ले रखा था, लेकिन उसका स्कूल से जुड़े एक आंगनबाड़ी केन्द्र में नामांकन था। वह स्कूल में पढ़ने वाले अपने दो भाइयों के साथ स्कूल आई थी।
हालांकि, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि विद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार रवैया रखना चाहिए था। भगौने में गिरने के बाद भी उसे नहीं निकाला जाना गंभीर लापरवाही है।
पहले भी हुई वारदात
आंध्र प्रदेश में खौलते सांभर में गिरने से हुई थी बालक की मौत
मिर्जापुर में खौलते भगौने में गिरकर मासूम की मौत का यह पहला मामला नहीं है गत नवंबर माह में आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में खौलते सांभर में गिरने से एक छह वर्षीय किंडनगार्डन छात्र की मौत हो गई थी।
उस मामले को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था। उसके बाद प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। ऐसे में अब मिर्जापुर में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति होना कर्मचारियों की खुली लापरवाही को दर्शा रहा है।