
कोरोना वायरस: दिल्ली में पिछले 30 दिनों में हुई रिकॉर्ड 2,462 लोगों की मौत
क्या है खबर?
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रही कोरोना महामारी की तीसरी लहर ने सरकार और लोगों को हिला दिया है। दिल्ली में तेजी से बढ़ते संंक्रमण के मामले और मौतों ने लोगों में दहशत भर दी है।
हालत यह है कि पिछले 30 दिनों में ही दिल्ली में इस वारयस ने 1,89,113 लोगों को अपनी चपेट में लिया है और 2,462 मरीजों की जिंदगी हर ली। ऐसे में तेजी से बढ़ते इस आंकड़े ने सरकारी मशीनरी को स्तब्ध कर दिया है।
स्थिति
दिल्ली यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 6,224 नए मामले सामने आए हैं। यहां पिछले एक महीने से 5,000 से अधिक मामले आ रहे हैं। इसके अलावा 99 मरीजों की मौत हुई है।
इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5,45,787 पर पहुंच गई है और अब तक कुल 8,720 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 4,98,780 मरीज उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।
मौत
दिल्ली में पिछले 30 दिनों में प्रतिदिन औसतन 82 लोगों की मौत हुई
दिल्ली में कोरोना वायरस के आतंक का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले 30 दिनों में यहां प्रतिदिन औसतन 82 लोगों की मौत हुई है।
26 अक्टूबर को यहां मृतकों की कुल संख्या 6,258 थी, जो 26 नवंबर को 2,462 की बढ़ोतरी के साथ 8,720 पर पहुंच गई है।
इस दौरान 18 नवंबर को सबसे अधिक 131 मौतें दर्ज की गई थी। यह दिल्ली में अब तक एक दिन में हुई मौतों की सबसे अधिक संख्या है।
संक्रमण
30 दिनों में प्रतिदिन औसतन 6,303 लोग हुए संक्रमित
दिल्ली में संक्रमण की रफ्तार को भी इससे आंका जा सकता है कि यहां पिछले 30 में प्रतिदिन औसतन 6,303 लोग संक्रमित हुए हैं।
26 अक्टूबर को यहां संक्रमितों की कुल संख्या 3,56,674 थी, जो 26 नवंबर को 1,89,113 की बढ़ोतरी के साथ 5,45,787 पर पहुंच गई है।
इस दौरान 11 नवंबर को एक दिन में सबसे अधिक 8,593 नए मामले सामने आए थे। यह दिल्ली में एक दिन में आए मामलों की सबसे अधिक संख्या थी।
जानकारी
दिल्ली में अब तक हुए 56.53 लाख टेस्ट
दिल्ली में महामारी के साथ टेस्ट की संख्या में भी इजाफा हो गया है। यही कारण है यहां अब तक कुल 56,53,091 टेस्ट किए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में ही 62,437 टेस्ट किए गए हैं और यह प्रतिदिन इसमें इजाफा हो रहा है।
बढ़ोतरी
दिल्ली में इस तरह से बढ़े मामले
दिल्ली में 26 अक्टूबर को संक्रमितों की कुल संख्या 3,70,014 थी। इसके बाद 29 अक्टूबर को 5,673 मामले, 7 नवंबर 7,178 मामले, 9 को 7,745 मामले, 11 को 7,830 मामले, 12 को 8,595 मामले, 14 को 7,802 मामले, 18 को 6,396 मामले 19 नवंबर को 7,846 नए मामले सामने आए।
इसी तरह 20 नवंबर को 7,546 मामले, 23 को 6,746 मामले तथा 25 और 26 नवंबर को कुल 12,448 नए मामले सामने आए। इससे स्थिति गंभीर हो गई।
मौतें
30 दिन में इस तरह से बढ़ी मृतकों की संख्या
दिल्ली में 26 अक्टूबर को मृतकों की कुल संख्या 6,258 थी। इसके बाद 29 अक्टूबर को 40 मौतें, 7 नवंबर को 64 मौतें, 8 को 79 मौत, 9 को 75 मौतें, 11 को 89 मौतें हुई थी।
इसके बाद 13 नवंबर को 104 मौतें, 19 को सबसे अधिक 131 मौतें, 21 को 118 मौतें, 22 को 111 मौतें, 23 को 121 मौतें, 24 को 121 मौतें, 25 को 109 मौतें और 26 को 99 लोगों की मौतें हुई है।
जानकारी
राष्ट्रीय दर से अधिक है दिल्ली की मृत्यु दर
वर्तमान में भारत में कोरोना की मृत्यु दर 1.5 प्रतिशत और सकारात्मकता दर 4 प्रतिशत है, इसके उलट दिल्ली की सकारात्मकता दर 8.5 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत पर है। हालांकि, अन्य कई राज्यों की तुलना में दिल्ली में मृत्यु दर कम है।
चिंता
सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट भी जता चके हैं चिंता
दिल्ली की बिगड़ती हालत पर सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट भी चिंता जता चुके हैं।
गत 5 नवंबर को बढ़ते मामलों पर नाराजगी जताते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि शहर अब जल्द ही देश की 'कोरोना राजधानी' बन सकता है। ऐसे में सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
इसी तरह 12 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने भी बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए दिल्ली सरकार को दिवाली की छुटि्टयां खत्म होने तक स्मॉग खत्म करने को कहा था।
जिम्मेदार
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रदूषण को ठहराया जिम्मेदार
दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण और लोगों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने को जिम्मेदार ठहराया है।
गत 24 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की गई चर्चा के दौरान भी केजरीवाल ने राज्य में बिगड़ती स्थिति के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था और पराली मामले में केंद्र द्वारा हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने केंद्र से 1,000 ICU बेड भी मांगे थे।