सूरत आग हादसाः अब तक 21 बच्चों की मौत, कोचिंग क्लास मालिक गिरफ्तार
सूरत में कोचिंग सेंटर में शुक्रवार को लगी आग में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। शनिवार सुबह जख्मी दो और छात्रों ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक मालिक भार्गव भूटानी को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात इस घटना से मरने वाले छात्रों की संख्या 21 हो गई थी, जिसमें 15 छात्राएं शामिल थी। मृतकों की उम्र 15-22 साल के बीच है। कई छात्रों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
बच्चों ने कूदकर बचाई जान
चार मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में दोपहर तीन बजे आग लगी थी। इस बिल्डिंग में कई कोचिंग सेंटर और आर्ट क्लासेस चलती है। आग दूसरे फ्लोर पर लगना शुरू हुई और देखते-देखते भीषण लपटें उठने लगी। आग देखकर कुछ बच्चे ऊपर की तरफ भागे और वहीं फंस गए। फायर बिग्रेड आने तक आग भीषण रूप ले चुकी थी। कुछ बच्चों ने कूदकर अपनी जान बचाई। दमकल की गाड़ियों की सीढियां बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाई थी।
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लापरवाही ने ले ली बच्चों की जान
बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग का चौथी मंजिल अवैध रूप से बनी है। सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के थोड़ी देर बाद दमकल की गाड़ियां आ गई थी, लेकिन उन्हें दोबारा पानी भरने के लिए 20 किलोमीटर दूर जाना पड़ा, जिससे समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया।
फायर अफसर सस्पेंड
सूरत के नगर आयुक्त एम थेन्नर्सन ने वरच्छा के फायर अफसर को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि फायर ऑफिसर इमारत में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन की पहचान नहीं कर सके। इसलिए उन्हें सस्पेंड किया गया है।
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एहतियात के तौर पर उठाए गए ये कदम
सूरत पुलिस ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए जिले में चल रही सभी ट्यूशन क्लास को बंद कर दिया गया है। सेफ्टी सर्टिफिकेट लेने के बाद इन ट्यूशन क्लासेस को खोलने की इजाजत दी जाएगी। गुजरात सरकार ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वड़ोदरा आदि जिलों के कोचिंग सेंटर्स को फायर सेफ्टी ऑडिट पूरा होने तक बंद रखने का आदेश दिया है। हादसे के बाद अहमदाबाद पुलिस ने सभी ट्यूशन क्लासों, डांस क्लासों और समर कैंप्स को ऐहतियातन बंद करने का आदेश दिया।