तमिलनाडु: बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 20,000 लोग, अब तक 10 की मौत; स्कूल-कॉलेज बंद
क्या है खबर?
तमिलनाडु में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
यहां विभिन्न जिलों में अभी भी कम से 20,000 लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें युद्धस्तर पर जुटी हैं।
इस बीच ताम्रबारानी नदी से 1.2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से स्थिति और भी भयावह हो गई है।
यहां पिछले 2 दिनों में बारिश जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
रिपोर्ट
दुर्गम इलाकों में पहुंचने की कोशिश में जुटे बचावकर्मी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बारिश के चलते राज्य के कई जिले बाढ़ग्रस्त हैं। सेना और NDRF की टीमें प्रभावित जिलों के उन दुर्गम इलाकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं, जहां लोगों को मदद की दरकार है।
राहत बचाव कार्य के बीच तूतीकोरिन में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं होने के बावजूद चुनौतीपूर्ण हालात बने हुए हैं। यहां प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है।
बारिश
प्रभावित जिलों में अनुमान से अधिक हुई बारिश
भारतीय मौसम विभाग (IMD) का राज्य में बारिश को लेकर पूर्वानुमान भी गलत साबित हुआ है क्योंकि यहां अनुमान से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने कहा, "तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में बारिश के कारण 10 लोगों की मौत हो गई।"
उन्होंने कहा, "इनमें से कुछ लोगों की दीवार ढहने और कुछ की मौत करंट लगने से हुई है।"
छुट्टी
बारिश के चलते कई जिलों में स्कूलों और कॉलेज की छुट्टी
इस बीच भारी बारिश को देखते हुए तिरुनेलवेली और तेनकासी में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। इसी तरह थुथुकुडी जिले के लिए सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
पिछले 2 दिनों से इन जिलों में हो रही लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। इन जिलों में आज भी बारिश की संभावना जताई गई है।
बारिश
दक्षिण रेलवे ने बारिश के कारण कुछ ट्रेनों को किया रद्द
राज्य में हो रही बारिश का यातायात सेवाओं पर भी असर पड़ रहा है। बुधवार को दक्षिण रेलवे ने कुछ ट्रेनों को रद्द किया। इनमें नागरकोइल -तिरुनेलवेली एक्सप्रेस और कन्याकुमारी-पुनालुर एक्सप्रेस शामिल हैं।
रेलवे ने अपने बयान में कहा कि पालघाट-तिरुचेंदुर एक्सप्रेस अपने पालघाट से 06:00 बजे प्रस्थान करेगी और केवल तिरुनेलवेली तक चलेगी। इस ट्रेन का संचालन तिरुनेलवेली और तिरुचेंदूर के बीच आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
प्रधानमंत्री
मुख्यमंत्री स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात
इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने मिचौंग तूफान और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से हुए नुकसान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।
उन्होंने प्रधानमंत्री से तत्काल राहत के लिए आपदा राहत कोष से 7,300 करोड़ रुपये और स्थायी राहत के लिए 12,000 करोड़ रुपये देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बारिश से जो नुकसान हुआ, वह 100 साल के इतिहास में नहीं देखा गया।