दिल्ली AIIMS में भर्ती 20% अन्य मरीज हो चुके हैं कोरोना संक्रमित, सर्वे में मिली एंटीबॉडी
क्या है खबर?
लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए किए जा रहे सेरोलॉजिकल सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली की ओर से अन्य बीमारियों से ग्रसित भर्ती मरीजों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए किए गए देश के पहले सिरो सर्वे में 20 प्रतिशत मरीजों में एंटीबॉडी पाई गई है।
इससे साफ हो रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायरस का प्रकोप अधिक है।
सेरोलॉजिकल सर्वे
सबसे पहले जानें क्या होते हैं सेरोलॉजिकल सर्वे
किसी आबादी में संक्रमण किस हद तक फैल गया है, यह पता लगाने के लिए सेरोलॉजिकल सर्वे किए जाते हैं।
इसमें लोगों के खून में कोरोना वायरस की एंटीबॉडीज की मौजूदगी की जांच की जाती है।
एंटीबॉडीज एक प्रकार की प्रोटीन होती हैं जो हमला करने वाले वायरस से लड़कर उसे खत्म कर करती हैं। किसी व्यक्ति के खून में एंटीबॉडीज पाए जाने का मतलब है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है।
रिपोर्ट
सिरो सर्वे में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार AIIMS दिल्ली द्वारा एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए 9 जून से 8 अगस्त तक सिरो सर्वे किया गया था। इनमें अस्पताल के ICU और मेडिकल वार्डों में भर्ती 212 मरीजों के सैंपल लिए गए थे। जांच में 19.8 प्रतिशत मरीजों में एंटीबॉडी मिली है।
इनमें दिल्ली में रहने वाले 29 से अधिक रोगियों में एंटीबॉडी थी, जबकि बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के आठ प्रतिशत मरीजों में एंटीबॉडी मिली है।
जानकारी
दिल्ली के मरीजों में सबसे अधिक मिला एंटीबॉडी का स्तर
सिरो सर्वे की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि दिल्ली के जिन 29 प्रतिशत गैर कोरोना मरीजों में एंटीबॉडी मिली है, उसका स्तर 26.5 प्रतिशत तक था। इसी तरह अन्य राज्यों के मरीजों में मिली एंटीबॉडी का स्तर महज आठ प्रतिशत था।
सबसे ज्यादा
40-59 वर्ष आयु वर्ग के सबसे ज्यादा मरीजों में मिली एंटीबॉडी
सर्वे के अनुसार अन्य बीमारियों से ग्रसित 40-59 साल की आयु के बीच मे सबसे ज्यादा मरीजों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी मिली है।
रिपोर्ट के अनुसार 40-49 साल के बीच के 22 प्रतिशत और 50-59 साल के बीच के 26 प्रतिशत मरीजों में एंटीबॉडी पाई गई है।
इसी तरह 20-39 साल की आयु वर्ग के 15 प्रतिशत और 60 साल से ऊपर के 19 प्रतिशत मरीजों में खतरनाकर कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली है।
लक्षण
97 प्रतिशत मरीजों में नहीं मिले कोरोना संक्रमण के लक्षण
रिपोर्ट के अनुसार सर्वे में शामिल मरीजों में से 97 प्रतिशत में कोरोना वायरस के संक्रमण या तो बहुत कम थे या फिर बिल्कुल नहीं थे।
इससे शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि वायरल के कारण मरीजों में हल्के लक्षण नजर आ रहे थे।
इस सर्वे के आधार पर जब 8 अगस्त को दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर निकाली गई तो वह महज 0.084 प्रतिशत निकली। इसका कारण था कि दिल्ली में 4,082 मौते हुई थी।
एंटीबॉडी
पहले सर्वे में दिल्ली के 23.48 प्रतिशत लोगों में मिली थी एंटीबॉडी
बता दें कि दिल्ली में 27 जून से 20 जुलाई के बीच सरकार के सहयोग से नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल सिरोलॉजीकल सर्वे आयोजित किया था।
इस सरकारी सर्वे के लिए दिल्ली में रैंडम ढंग से 21,387 लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए थे। जिनमें से 23.48 प्रतिशत लोगों के ब्लड में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली थी।
इसके बाद यह अनुमान लगाया गया था कि दिल्ली में प्रत्येक चार में से एक शख्स कोरोना संक्रमित हो सकता हैं।
जानकारी
दिल्ली में 45 दिन में सबसे अधिक नए मामले
दिल्ली की बात करें तो यहां अब तक कुल 1,65,764 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 4,347 की मौत हुई है। बीते दिन यहां 1,693 नए मामले सामने आए थे जो पिछले 45 दिन में सबसे अधिक हैं।