ओडिशा: जगन्नाथ पुरी मंदिर में 1 साल से कम उम्र के 2 बच्चे बनाए गए सेवक
क्या है खबर?
ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर में 1 साल से कम उम्र के 2 बच्चे मंदिर के सेवक बने हैं। दोनों बच्चों को सालाना 1 और 2 लाख रुपये वेतन भी मिलेगा।
10 महीने के बालदेव दशमोहपात्रा और 1 साल के एकांशु दशमोहापात्रा 18 साल की आयु के बाद मंदिर में सेवाएं दे सकेंगे।
बच्चों को मंदिर के अनासार घर में समारोह के दौरान सेवक बनाया गया। इसी कमरे में भगवान जगन्नाथ, बालभद्र और देवी सुभद्रा हैं।
प्रथा
पुरानी प्रथा के तहत सेवक बनाए गए बच्चे
रिपोर्ट के मुताबिक, ये बच्चे रथ यात्रा के दौरान सबसे अहम रस्म निभाने वाले सेवकों दैतापति निजोग से आते हैं। दोनों के अलावा एक तीसरा बच्चा भी इसमें शामिल है।
एक वरिष्ठ दैतापति सेवादार और जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य दुर्गा दशमोपात्रा ने बताया कि परंपरा के अनुसार जब भी दैतापति सेवक के घर में नर बच्चे का जन्म होता है तो उसे रथ यात्रा से 15 दिन पहले (अनासार अवधि) में भगवान की सेवा में शामिल करते हैं।