भारत को मिला नया 'बोल्ट', नंगे पैर 11 सेकेंड में पूरी की 100 मीटर की दौड़
सही कहते हैं प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती है। देश के कोने-कोने में कई ऐसी प्रतिभाएँ हैं, जिन्हें अगर सही मार्गदर्शन और सुविधाएँ मिल जाएँ, तो वो विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करने से पीछे नहीं हटेंगी। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसने कई राजनीतिज्ञों का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा है। वीडियो देखने के बाद आप भी कहेंगे कि भारत को नया 'बोल्ट' मिल गया है।
नंगे पैर दौड़ पूरी करके हासिल किया नया कीर्तिमान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन दिनों सोशल मीडिया पर एक 19 वर्षीय युवक का वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। दरअसल, युवक ने ऐसा कारनामा किया है, जिसके बाद वीडियो वायरल होना ही था। बता दें कि मध्य प्रदेश के रहने वाले रामेश्वर नाम के एक होनहार युवक ने मात्र 11 सेकेंड में नंगे पैर 100 मीटर की दौड़ पूरी करके नया कीर्तिमान हासिल किया है। जिसके बाद से देशभर में उसकी चर्चा हो रही है।
लोग कहने लगे हैं भारतीय उसैन बोल्ट
वीडियो को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से खेलमंत्री किरण रिजिजू को टैग करते हुए शेयर किया है। इसके बाद वीडियो ने किरण रिजिजू के साथ ही कई लोगों का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा। कई राजनीतिज्ञों ने रामेश्वर के इस अद्भुत कारनामे के वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया है। सोशल मीडिया पर रामेश्वर को कई लोग भारतीय उसैन बोल्ट के नाम से बुलाने लगे हैं।
शिवराज सिंह चौहान का ट्वीट
100 मीटर दौड़ का विश्व रिकॉर्ड है उसैन बोल्ट के पास
राष्ट्रीय स्तर पर 100 मीटर का रिकॉर्ड अमिया मलिक के पास है, जिसे उन्होंने 10.26 सेकेंड में पूरा किया था। वहीं, मौजूदा समय में 100 मीटर दौड़ का विश्व रिकॉर्ड उसैन बोल्ट के पास है, जिसे उन्होंने 9.58 सेकेंड में पूरा किया था।
खेलमंत्री जीतू पटवारी ने रामेश्वर को बुलाया भोपाल
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, राज्य के खेलमंत्री जीतू पटवारी, रामेश्वर की इस प्रतिभा से काफ़ी प्रभावित हुए और उन्होंने उसे भोपाल में ट्रेनिंग के लिए बुला लिया। पटवारी ने रामेश्वर को भोपाल आमंत्रित करते हुए कहा कि ऐसी प्रतिभा को बेहतर खेल सुविधा, संसाधन और ट्रेनिंग दी जाए, तो वह 100 मीटर की दूरी 9 सेकेंड में ही तय कर सकता है। उन्होंने रामेश्वर की तरह अन्य ग्रामीण प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने का भरोसा भी दिया।
मध्य प्रदेश के खेलमंत्री जीतू पटवारी का ट्वीट
रामेश्वर का पूरा परिवार करता है खेती-किसानी
रामेश्वर ने 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई की है। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने की वजह से रामेश्वर ने आगे की पढ़ाई नहीं की। उनके परिवार में माता-पिता और पाँच भाई-बहन हैं। रामेश्वर का पूरा परिवार खेती-किसानी करके अपना गुज़र-बसर करता है। आपको बता दें कि केवल रामेश्वर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई और भी प्रतिभाएँ हैं, जिनको अगर मौक़ा मिले तो वो दुनियाभर में देश का नाम गर्व से ऊँचा कर देंगी।