दिल्ली: 19 मेट्रो स्टेशन बंद, पिछले चार महीने में 15 बार बंद किए गए स्टेशन
क्या है खबर?
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के चलते दिल्ली में 19 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।
केंद्रीय और पूर्वी दिल्ली स्थित इन स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं।
इन स्टेशनों में राजीव चौक जैसा बड़ा मेट्रो स्टेशन भी है जिसे दिल्ली मेट्रो का केंद्र माना जाता है।
पिछले चार महीने में ये 15वीं बार है जब प्रदर्शनों के कारण मेट्रो स्टेशन बंद किए गए हैं।
बंद मेट्रो स्टेशन
इन मेट्रो स्टेशनों को किया गया बंद
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के अनुसार, लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक, विश्व विद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया, जसोला विहार शाहीन बाग, मुनिरका, जामा मस्जिद, जनपथ, दिल्ली गेट, खान मार्केट, प्रगति मैदान, लोक कल्याण मार्ग, ITO, मंडी हाउस, वसंत विहार और केंद्रीय सचिवालय के मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया है।
DMRC ने अपने बयान में कहा, "हमारे यात्रियों और मेट्रो संपत्ति की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है और हमने प्रशासन की सलाह पर ऐसा किया है।"
बयान
DMRC ने कहा, दिल्ली पुलिस के निर्देश पर बंद किए गए स्टेशन
DMRC अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली पुलिस के निर्देश पर उन्होंने पिछले पांच दिनों में रोजाना 5-6 मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास की सुविधा को बंद किया।
दिल्ली पुलिस ने ये निर्देश नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए दिए थे।
बता दें कि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC) के तहत पुलिस को जरूरत पड़ने और लोगों की सुरक्षा के लिए इमारतों और लोगों के आवगमन को बंद करने के अधिकार प्राप्त हैं।
चलन
चार महीने में 15 बार बंद किए गए मेट्रो स्टेशन
गौरतलब है कि प्रदर्शनों के कारण मेट्रो स्टेशन बंद करने का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है और पिछले चार महीनों में 15 बार ऐसे फैसले लिए जा चुके हैं।
फीस वृद्धि के खिलाफ जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों के प्रदर्शन से लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के एड-हॉक शिक्षकों की हड़ताल तक, कई बार मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया।
आधिकारिक बयानों के विपरीत इसका मकसद प्रर्शनकारियों को तय स्थान पर पहुंचने देने से रोकना होता है।
विरोध प्रदर्शन
दिल्ली में होनी थी लाल किले से शहीद पार्क तक रैली
बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ आज दिल्ली में लाल किले से लेकर शहीद पार्क तक रैली निकाली जानी थी।
इन कानून में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में धार्मिक अत्याचार के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।
मुस्लिमों के इससे बाहर रखने जाने के कारण इसे भारत के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ बताया जारहा है और इसका विरोध हो रहा है।
कार्रवाई
योगेंद्र यादव समेत हजारों लोगों को हिरासत में लिया गया
दिल्ली में होने जा रही इस रैली को सफल होने से रोकने के लिए मेट्रो स्टेशन बंद करने के अलावा योगेंद्र यादव, उमर खालिद और संदीप दीक्षित समेत हजारों लोगों को हिरासत में लिया।
इसके अलावा शहर में प्रवेश करने वाली गाड़ियों की भी पुलिस ने चेकिंग की जिसके कारण दिल्ली-गुरूग्राम सीमा पर बड़ा जाम लग गया।
लोगों को प्रदर्शन करने के लिए पुलिस और सरकार की इस कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।