लखनऊ: 18 वर्षीय युवती का ऑटो में गैंगरेप, शिकायत के लिए पुलिस ने कटवाए चक्कर
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 18 वर्षीय युवती के साथ ऑटो में गैंगरेप का मामला सामने आया है। ऑटो ड्राइवर और उसका साथी पीड़िता को अगवा करके एक सुनसान इलाके में ले गए और वहां जाकर उसका गैंगरेप किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी उसे एक चौराहे पर फेंककर भाग गए। पीड़िता की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं और उसे केस दर्ज कराने के लिए लगभग एक दिन पुलिस के चक्कर काटने पड़े।
ट्यूशन पढ़ाकर लौट रही थी पीड़िता
घटना शनिवार को लखनऊ के विभूतिखंड थाना क्षेत्र में हुई। हुसैनगंज इलाके की रहने वाली पीड़ित युवती ने बताया कि हर दिन की तरह शनिवार को भी वह कठौता में ट्यूशन पढ़ाने के लिए गई थी और शाम को लगभग 6 बजे उसने वापस आने के लिए चौराहे से एक ऑटो रिक्शा लिया। उसने बताया कि ऑटो में ड्राइवर के अलावा एक अन्य युवक भी बैठा हुआ था, लेकिन उसे सवारी समझकर वह ऑटो में बैठ गई।
ड्राइवर ने गलत रास्ते पर मोड़ा ऑटो, विरोध करने पर बेहोश किया
पीड़िता के अनुसार, हुसड़िया चौराहे के पास पहुंचने पर ड्राइवर ने ऑटो को गलत रास्ते पर शहीद पथ की तरफ मोड़ लिया। ऑटो को गलत रास्ते पर जाते देख पीड़िता ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिस पर पीछे बैठे आरोपी ने एक भारी सामान से सिर पर वार करके उसे बेहोश कर दिया। आरोपियों ने उसका फोन भी छीन लिया और उसे सुशांत गोल्फ सिटी के प्लासियो मॉल के पीछे सुनसान इलाके में ले गए।
आरोपियों ने लगभग तीन घंटे तक किया पीड़िता का रेप
पीड़िता के अनुसार, आरोपियों ने प्लासियो मॉल के पीछे बारी-बारी से लगभग तीन घंटे तक उसका गैंगरेप किया। आरोपियों ने उसे घटना की जानकारी पुलिस को देने पर जान से मारने की धमकी भी दी और रात में बदहवास हालत में हुसड़िया चौराहे के पास फेंक कर भाग गए। थोड़ा होश में आने पर पीड़िता चौराहे पर ही मौजूद पुलिस बूथ में पहुंची जहां उसे कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला। इसके बाद राहगीरों की मदद से उसने अपने परिजनों को बुलाया।
तीन थानों के चक्कर काटते रहे परिजन, 18 घंटे बाद दर्ज हुआ मामला
मौके पर पहुंचने पर परिजनों को पूरी वारदात के बारे में पता चला और वो पीड़िता के साथ शिकायत दर्ज कराने के लिए गोमती नगर थाने गए। लेकिन यहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और उन्हें सुशांत गोल्फ सिटी और विभूतिखंड थानों में जाने को कहा गया। हालांकि इन दोनों थानों से भी पीड़िता को टाल दिया गया। इसी बीच मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद 18 घंटे बाद विभूतिखंड थाने में केस दर्ज किया गया।
आरोपियों की तलाश जारी
विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है और CCTV की मदद से उनकी तलाश की जा रही है। वहीं पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।