क्या 'द कश्मीर फाइल्स' को खुद से ऑस्कर में भेजेंगे विवेक अग्निहोत्री? निर्देशक ने दिया जवाब
बीते मंगलवार को फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने भारत की ओर से ऑस्कर के लिए आधिकारिक फिल्म का ऐलान कर दिया। इस साल गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' ऑस्कर में भारत की दावेदारी पेश करेगी। इससे पहले सोशल मीडिया पर फिल्म 'RRR' और 'द कश्मीर फाइल्स' को ऑस्कर में भेजे जाने की चर्चा थी। कयास लगाए जा रहे थे कि विवेक अग्निहोत्री स्वतंत्र रूप से 'द कश्मीर फाइल्स' को भेज सकते हैं। अब निर्देशक ने इसपर अपनी राय रखी है।
मुझे इन चीजों से फर्क नहीं पड़ता- विवेक
विवेक ने अपनी फिल्म को ऑस्कर में भेजे जाने को लेकर हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत की। विवेक से पूछा गया कि क्या वह स्वतंत्र रूप से फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजेंगे। इसपर निर्देशक ने जवाब दिया, "मुझे इन सब चीजों से फर्क नहीं पड़ता। रही बात फिल्म को ऑस्कर में भेजने की तो यह फैसला निर्माताओं को लेना है। मैं अभी दूसरी फिल्म में काम कर रहा हूं। मैं इससे आगे बढ़ चुका हूं।"
विवेक ने 'छेल्लो शो' की टीम को दी बधाई
विवेक ने 'छेल्लो शो' की टीम को अपनी शुभकामनाएं भी दी हैं। फिल्म की घोषणा होने के बाद उन्होंने ट्विटर पर फिल्म निर्माताओं को बधाई दी थी। अपने ट्वीट में विवेक ने लिखा था, 'लास्ट फिल्म शो की टीम को भारत की ओर से ऑस्कर के लिए चुने जाने पर बधाई। उनको ऑस्कर 2023 में बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड जीतने की कामना करता हूं। मैं उन सभी का धन्यवाद देता हूं जो 'द कश्मीर फाइल्स को सपोर्ट कर रहे थे।'
विवेक का ट्वीट
क्या स्वतंत्र रूप से ऑस्कर के लिए भेज सकते हैं फिल्म?
आमतौर पर फिल्में एंट्री के तौर पर फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया तक पहुंचती हैं। चयन समिति फिल्मों की स्क्रीनिंग करके फिल्म का चुनाव करती है। अगर फिल्म सभी मानकों को पूरा करती है तो स्वतंत्र रूप से भी ऑस्कर के लिए भेजी जा सकती है।
कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार की कहानी है 'द कश्मीर फाइल्स'
'द कश्मीर फाइल्स' इस साल मार्च में रिलीज हुई थी। फिल्म 90 के दौर में कश्मीर में कश्मीरी पंडितो की हत्याओं की सच्ची घटनाओं पर आधारित है। फिल्म में अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती और दर्शन कुमार नजर आए थे। फिल्म ने कश्मीरी पंडितों के न्याय की मांग को दोबारा खड़ा कर दिया था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी कई रिकॉर्ड बनाए थे। फिल्म ने दुनियाभर में करीब 340 करोड़ रुपये कमाए थे।
FFI के चुनाव पर आर माधवन ने जताई नाराजगी
आधिकारिक एंट्री के लिए आर माधवन की फिल्म 'रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट' भी अपेक्षित थी। इस फिल्म के न चुने जाने पर माधवन ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें 'रॉकेट्री' और 'द कश्मीर फाइल्स' को ऑस्कर में भेजना चाहिए। दर्शन कुमार 'द कश्मीर फाइल्स' के लिए अभियान शुरू कर रहे हैं, मैं भी 'रॉकेट्री' के लिए एक अभियान शुरू कर रहा हूं।"