'हेरी फेरी' के निर्माता एजी नाडियाडवाला का 91 साल की उम्र में निधन
बॉलीवुड के जानेमाने निर्माता अब्दुल गफ्फार नाडियाडवाला (एजी नाडियाडवाला) का रविवार देर रात निधन हो गया है। उन्होंने बॉलीवुड में 'हेरा फेरी' और 'वेलकम' जैसी फिल्मों का निर्माण किया था। नाडियाडवाला 91 साल के थे। उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण होने की खबर है। वह डायबिटीज और अस्थमा से भी ग्रसित थे। दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया जहां देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर का हिस्सा थे नाडियाडवाला
मीडिया को गफ्फार के निधन की सूचना उनके बेटे फिरोज नाडियाडवाला ने दी। रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें आज शाम 4 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। उनके निधन से इंडस्ट्री में उनके साथी शोक में है। अभिनेता अजय देवगन ने ट्वीट किया, 'श्री गफ्फारभाई नाडियाडवाला के निधन पर गहरी संवेदना। हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर में मेरे पिता और वह साथ काम करते थे। ओम शांति, एजी नाडियाडवाला साब। नाडियाडवाला परिवार को मेरी संवेदना।'
अजय देवगन ने किया याद
60 साल में बॉलीवुड को दीं 50 से ज्यादा फिल्में
गफ्फार ने 1953 में अपने करियर की शुरुआत की थी। करीब 60 साल के लंबे करियर में उन्होंने बॉलीवुड में 50 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण किया है। 1965 में आई उनकी फिल्म 'महाभारत' बॉलीवुड में महाभारत पर बनी एकमात्र फिल्म है। नई पीढ़ी उन्हें 'हेरा फेरी' (2000), 'वेलकम' (2007) और 'आवारा पागल दीवाना' (2002) जैसी फिल्मों के लिए पहचानती है। मशहूर प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला एजी नाडियाडवाला के भतीजे हैं और एक अलग प्रोडक्शन कंपनी चलाते हैं।
लगन से फिल्में बनाते थे गफ्फार
उन्हें बॉलीवुड में गफ्फारभाई नाडियाडवाला के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 'झूठा सच', 'आ गले लग जा', 'लहू के दो रंग', 'वतन के रखवाले' जैसी फिल्मों का निर्माण किया था। गफ्फारभाई फिल्मों के प्रति अपने लगाव और काम के प्रति ईमानदारी के लिए इंडस्ट्री में अलग पहचाने जाते थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वह जो भी फिल्म करते, उसमें जी जान लगा देते। गफ्फार रिकॉर्डिंग स्टूडियो 'एंपायर ऑडियो सेंटर' में भी पार्टनर थे।