फिल्म 'गुलमोहर' से वापसी कर रहीं शर्मिला टैगोर, बोलीं- परंपराओं और आधुनिकता की कहानी है फिल्म
क्या है खबर?
डिज्नी+ हॉटस्टार ने बुधवार को मनोज बाजपेयी की फिल्म 'गुलमोहर' का पहला लुक साझा किया था।
यह फिल्म 3 मार्च को रिलीज होनी है।
इस फिल्म से शर्मिला टैगोर अपना कमबैक और डिजिटल डेब्यू करने जा रही हैं। ऐसे में उनके प्रशंसकों को पर्दे पर उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार है।
अब शर्मिला ने खुद अपनी इस नई फिल्म के बारे में बताया है। दर्शकों के साथ उन्हें भी फिल्म के रिलीज होने का इंतजार है।
फिल्म
बुधवार को जारी हुआ था पहला पोस्टर
'गुलमोहर' एक पारिवारिक ड्रामा फिल्म है। फिल्म में मनोज और शर्मिला के साथ कावेरी सेठ, सिमरन, सूरज शर्मा और उत्सवी झा भी नजर आएंगे।
आधिकारिक पोस्टर से पहले मनोज बाजपेयी ने एक वीडियो साझा करके बताया था कि वह होली पर अपने परिवार से मिलाएंगे। ऐसे में कयास लगने लगे थे कि उनकी चर्चित वेब सीरीज 'फैमिली मैन 3' का ऐलान हो सकता है।
इसके बाद 'गुलमोहर' का पहला पोस्टर साझा किया गया। इसका निर्देशन राहुल चितेला ने किया है।
बयान
इस कहानी से हर कोई खुद को जोड़ सकता है- शर्मिला
अपनी कमबैक फिल्म पर शर्मिला ने खुशी जताई है।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "गुलमोहर एक पारिवारिक कहानी है जिससे हर कोई जुड़ा हुआ महसूस करेगा। यह परंपराओं और आधुनिकता के बीच बैलेंस पर आधारित है। इसमें दिखाया जाएगा कि कैसे इनके बीच की जगह आप प्यार की गरमाहट से भर सकते हैं। मुझे इस फिल्म के डिज्नी+ हॉटस्टार पर आने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया देखने का इंतजार है।"
बयान
यह एक मकान के घर बनने की कहानी है- मनोज
मनोज ने फिल्म के बारे में कहा, "गुलमोहर के साथ मैंने एक नई चुनौती ली है। यह उससे अलग है जो मैं आमतौर पर करता आया हूं। गुलमोहर एक ऐसी फिल्म है जो प्यार, परवाह और आराम से भरी हुई है। यह एक परिवार के अलग-अलग रिश्तों पर आधारित है। यह एक मकान के घर बनने की कहानी है। मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं क्योंकि यह परिवार के साथ देखने के लिए बेहतरीन फिल्म है।"
फिल्में
प्रशंसकों को है शर्मिला के कमबैक का इंतजार
70 और 80 के दशक में बड़े पर्दे पर अपना जादू चला चुकीं शर्मिला के डिजिटल डेब्यू पर प्रशंसकों की खासा नजर है। शर्मिला टैगोर ने पर्दे पर हर तरह के किरदार निभाए हैं।
उन्होंने 'अनुपमा' (1966), 'देवर' (1966), 'एन ईवनिंग इन पेरिस' (1967), 'आराधना' (1969), 'सत्यकाम' (1969), 'सफ़र' (1970), 'अमर प्रेम' (1971), 'छोटी बहू' (1971), 'दाग' (1973), 'चुपके-चुपके (1975), 'मौसम' (1975), 'नमकीन' (1982), 'दूसरी दुल्हन' (1983), 'न्यू दिल्ली टाइम्स' (1985) आदि फिल्मों में काम किया है।