आमिर खान ने ठुकरा दी थी 'लगान', जानिए फिल्म से जुड़ी ऐसी ही दिलचस्प बातें
बॉलीवुड के मशहूर फिल्मकार आशुतोष गोवारिकर इंडस्ट्री में इतिहास पर आधारित फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं। हिन्दी सिनेमा में फिल्म 'लगान' उनका सबसे बड़ा योगदान माना जाता है। जब भी क्रिकेट पर बनी फिल्मों की बात आती है तो आमिर खान के अभिनय से सजी 2001 में रिलीज हुई फिल्म 'लगान' सभी के जहन में ताजा हो जाती है। आज हम इस फिल्म जुड़े कुछ ऐसे किस्से बता रहे हैं जिनके बारे में शायद ही आपको जानकारी होगी।
शाहरुख खान को कास्ट करना चाहते थे डायरेक्टर
आशुतोष गोवारिकर और शाहरुख खान काफी अच्छे दोस्त हैं। वह चाहते थे कि इसमें शाहरुख ही भुवन का किरदार निभाए। वहीं दूसरी ओर किंग खान उस समय अपनी दूसरी फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त चल रहे थे और आशुतोष को इस फिल्म के लिए डेट्स नहीं दे पाए। इसके बाद आशुतोष ने यह फिल्म आमिर खान को ऑफर की। उन्होंने इतनी खूबसूरती से भुवन की भूमिका को पर्दे पर उतारा कि आज भी दर्शक इस फिल्म को याद करते हैं।
आमिर खान ने ठुकरा दी थी आशुतोष की 'लगान'
आशुतोष फिल्म 'लगान' को लेकर बहुत उत्साहित थे। जब वह फिल्म की कहानी आमिर को सुनाने पहुंचे तो उन्होंने पांच मिनट में ही यह कहानी सुनकर इसे रिजेक्ट कर दिया और आशुतोष से कोई बेहतर फिल्म बनाने को कहा। हालांकि, आशुतोष पर 'लगान' का जुनून सवार था। उन्होंने तीन-चार महीने स्क्रिप्ट पर दोबारा काम किया और फिर आमिर से मिलने पहुंचे। इस बार आमिर कहानी में खो गए थे। उन्हें यह इतनी पसंद आई उन्होंने इसके लिए हांमी भर दी।
ये अभिनेत्रियां निभाना चाहती थीं गौरी का किरदार
फिल्म में अभिनेत्री ग्रेसी सिंह ने गौरी नाम की लड़की का मुख्य किरदार निभाया था। जबकि इस रोल के लिए नम्रता शिरोडकर और नंनदिता दास जैसी अभिनेत्रियों के नामों पर भी विचार किया गया था। इनके अलावा सोनाली बेंद्रे भी यह भूमिका निभाना चाहती थी। लेकिन आमिर ने उन्हें यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि वह बहुत मॉर्डन दिखती हैं और इस किरदार के लिए उन्हें साधारण सी दिखने वाली एक्ट्रेस की तलाश है।
गाने के दौरान सचमुच होने लगी थी बारिश
कहा जाता है कि 'लगान' की रिलीज के बाद जब पहली बार फिल्म की स्क्रीनिंग भुज के एक सिनेमाघर में की गई थी तो 'घनन घनन' गाने के दौरान सचमुच वहां बारिश शुरु हो गई थी। इसके बाद पावर कट होने पर जनरेटर की मदद से स्क्रीनिंग को चालू किया गया। इस दौरान फिल्म की पूरी स्टार कास्ट के साथ-साथ गांव के वह सभी लोग थिएटर में मौजूद थे जिन्होंने इसमें अभिनय किया है।
फिल्म में नजर आए सबसे ज्यादा ब्रिटिश कलाकार
'लगान' बॉलीवुड की पहली ऐसी फिल्म है जिसमें सबसे ज्यादा ब्रिटिश कलाकार नजर आए थे। इसमें राहेल शेली (एलिजाबेथ) और पॉल ब्लैकथोन (कैप्टन रसेल) अपने किरदारों की मांग के मुताबिक हिन्दी सीखनी थी। ऐसे में उनके लिए एक टीचर रखना पड़ा। करीब छह महीने बाद वह हिन्दी में अपने डायलॉग्स बोल पाए। इसके अलावा 'लगान' चीन में रिलीज होने वाली पहली बॉलीवुड फिल्म थी। इसका प्रीमियर बीजिंग और शंघाई में रखा गया था।
टीम के पास रहने तक की नहीं थी व्यवस्था
'लगान' की शूटिंग गुजरात के पास एक प्राचीन गांव में हुई थी। यहां न तो टीम को पानी और बिजली की समस्या झेलनी पड़ी। इसके अलावा उनके पास यहां रहने के लिए कोई होटल तक नहीं था। इसके बाद फिल्म की पूरी टीम ने वहां मौजूद नवनिर्माण अपार्टमेंट सजानंद टॉवर को होटल के रूप में तबदील किया। फिल्म की टीम छह महीने तक यहां रही। जो 2001 में 26 जनवरी को आए में भूकंप में ढह गई थी।