'आदिपुरुष' विवाद पर अनुराग ठाकुर बोले- धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं
ओम राउत की फिल्म 'आदिपुरुष' के डायलॉग को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म के निर्माता डायलॉग बदलने का ऐलान कर चुके हैं, लेकिन अभी भी लोगों में इसके प्रति आक्रोश देखने को मिल रहा है। ऐसे में अब इस विवाद पर केंद्र सरकार की ओर से सख्त टिप्पणी की गई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि किसी को भी लोगों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है।
बदलाव की देखरेख करेंगे केंद्रीय मंत्री
इस विवाद के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को जरूरी फैसला करना है। अगर लोगों की भावनाएं आहत होती हैं तो वह किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा, "मुझे पता चला है कि लेखक और निर्देशक फिल्म के कुछ डायलॉग बदलने पर सहमत हुए हैं। मैं इसकी देखरेख करूंगा। किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचेगी, कम से कम मेरी निगरानी में तो नहीं।"
फिल्म के डायलॉग पर आपत्ति जता रहे लोग
प्रभास और कृति सैनन अभिनीत यह फिल्म जब से रिलीज हुई है इसको लेकर विवाद ही हो रहा है। रामायण के चित्रण और विशेष रूप से इसके डायलॉग पर लोग आपत्ति जता रहे हैं। दर्शकों का कहना है कि इसके डायलॉग ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए निर्माताओं ने फिल्म के डायलॉग में बदलाव का ऐलान किया है। कहा जा रहा है कि ये बदलाव 72 घंटे में सिनेमाघरों में देखने को मिलेंगे।
VFX भी बने विरोध की वजह
'आदिपुरुष' का खराब VFX के चलते भी विरोध हो रहा है। फिल्म में सैफ अली खान बने रावण के लुक भी पसंद नहीं किया जा रहा है। फिल्म की रिलीज को जनवरी से बदलकर जून इसके VFX पर काम करने के लिए ही किया गया था, लेकिन फिर भी यह उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी। 16 जून को रिलीज हुई फिल्म विरोध के बाद भी बॉक्स ऑफिस पर तीन दिनों में 200 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर चुकी है।
हिंदू संगठन ने रुकवाई फिल्म की स्क्रीनिंग
महाराष्ट्र के जिला पालघर में हिंदू संगठनों के कुछ सदस्यों ने सिनेमाघर में चलती हुई फिल्म को ही रुकवा दिया। इससे पहले 18 जून को भी नालासोपारा, पालघर के एक सिनेमाघर के बाहर हंगामा हुआ था, जिसके बाद फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवा दी गई थी। लखनऊ में भी भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के किसानों ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान निर्देशक और लेखक पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी की जा रही है।