#WebSeriesReview: निराश करती है स्वरा भास्कर की 'रसभरी', देखने से पहले पढ़ें रिव्यू
कोरोना संकट में सिनेमाघर बंद होने से दर्शकों को अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेव सीरीज की रिलीज का इंतजार रहता है। 25 जून को स्वरा भास्कर की डार्क कॉमेडी वेब सीरीज 'रसभरी' रिलीज की है। 24 जून को इसका ट्रेलर रिलीज हुआ था। जिसके बाद दर्शकों के जहन में इसे लेकर कई सवाल खड़े हो गए। अब अगर आप भी इस वेब सीरीज को देखने की योजना बना रहे हैं तो पहले जान लीजिए इसकी कहानी क्या है।
शहरभर में फेमस हो जाती है शानू
उत्तर प्रदेश के मेरठ पर केंद्रित इस वेब सीरीज की कहानी इंग्लिश टीजर शानू बंसल (स्वरा भास्कर) और स्कूल में पढ़ने वाले नंद (आयुष्मान सक्सेना) पर केंद्रित है। नंद किसी भी तरह से 12वीं से पहले अपनी यौन इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, इसके लिए वह नए-नए हथकंडे अपनाता रहता है। इसी बीच उसके स्कूल में एक नई इंग्लिश टीचर शानू मैडम आती हैं। कुछ ही वक्त में शानू पूरे शहर में फेमस हो जाती है।
शानू का सच जान हैरान रह जाता है नंद
शहरभर में चर्चे हैं कि शानू मर्दों को रिझा रही है। वहीं नंद भी कोशिश करने लगता है, लेकिन उसे शानू मैडम से एक जोरदार थप्पड़ पड़ जाता है। अब वह शानू से बदला लेने के उसके पति को सारी बात बता देता है। इसके बाद नंद के सामने एक ऐसी बात का खुलासा होता है जिसकी वजह से उसके पैरों तले जमीन ही खिसक जाती है। वहीं पूरे शहर की महिलाएं शानू को सबक सिखाने का प्लान बनाती हैं।
कई ट्विस्ट के बाद भी निराश करती हैं रसभरी
अब जानना यह है कि वह कौन सा राज है जो नंद की सोच को पूरी तरह से बदल देता है? क्या शानू शहर की औरतों से बच पाएगी? आखिर क्यों शानू सुखी शादीशुदा जिंदगी के बावजूद शहरभर में बदनाम हो रही है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह वेब सीरीज देखनी होगी। हालांकि, कई ट्विस्ट के बाद भी 'रसभरी' आपका दिल जीतने में कामयाब नही हो पाएगी।
स्वरा से बेहतर थी 'नंद' आयुष्मान की अदाकारी
इसमें स्वरा भास्कर मुख्य किरदार में हैं। दर्शकों को उनसे काफी उम्मीदें रहती हैं। लेकिन इस बार वह दर्शकों का दिल नहीं जीत पाईं। स्वरा का अदाकारी बहुत सामान्य थी। वहीं नंद का किरदार निभाने वाले आयुष्मान सक्सेना को देखकर ज्यादा मजा आया। प्रियंका की भूमिका में नजर आईं रश्मि आडगेकर का काम भी काफी अच्छा था। साइड रोल में उन्होंने के बावजूद उन्होंने अपने किरदार में जान फूंक दी। बाकी की स्टार कास्ट का अभिनय औसत ही रहा।
डायरेक्टर निखिल नहीं ला पाए नयापन
निखिल नागेश भट्ट अपनी इस वेब सीरीज में कुछ भी नयापन दिखाने में कामयाब नहीं हो पाते। इसे देखकर कई जगहों पर आपको यह महसूस होगा कि जैसे आपको ALT बालाजी की कोई सेमी अडल्ट वेब सीरीज देख रहे हैं। उन्होंने इसे एक हॉरर एंगल देने की भी कोशिश की है जो इतना कंफ्यूजिंग है कि आपके सिर में दर्द हो जाएगा। स्टोरी बहुत सामान्य हैं। वहीं निखिल किरदार से अच्छी एक्टिंग करवाने में भी सफल नहीं हो पाए।
देखें या न देखें
आठ एपिसोड वाली इस वेब सीरीज में कई चीजें अटपटी हैं। जैसे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का दिमाग पढ़ाई में कम, यौन संबंधों पर ज्यादा है। हर किरदार सिर्फ इसी के इर्द-गिर्द घूम रहा है। घरों में रहने वाली महिलाओं से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों तक सभी डबल मीनिंग भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे देखकर न तो आपको डर लगेगा और न हंसी आएगी। अगर आप स्वरा के बड़े फैन हैं तो 'रसभरी' देख सकते हैं।