#BirthdaySpecial: राज कपूर से जुड़ी कुछ बातें, जिन्हें कम ही लोग जानते होंगे
क्या है खबर?
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री राज कपूर के नाम के बिना पूरी नहीं मानी जा सकती। उन्होंने भारतीय सिनेमा जगत को दुनियाभर में एक अलग पहचान दी है।
14 दिसंबर, 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में जन्मे राज कपूर की आज 94वीं जन्म तिथि है। राज कपूर, पृथ्वी राज कपूर के सबसे बड़े बेटे थे। राज कपूर ने दसवीं के आगे पढ़ाई नहीं की।
उनके पिता एक जाने माने फ़िल्म कलाकार थे। राज कपूर को हिंदी सिनेमा का 'शोमैन' भी कहा जाता था।
राज कपूर
बचपन से ही राज कपूर के ख़ून में रहा अभिनय
राज कपूर का पूरा नाम रणबीर राज कपूर था। उनके दोनों भाई शम्मी कपूर व शशि कपूर भी अपने दौर के दिग्गज अभिनेता रहे हैं।
पिता की तरह ही बचपन से अभिनय राज कपूर के खून में था।
जिस उम्र में बच्चे खेलते हैं, उस उम्र में इन्होंने अभिनय करना शुरू कर दिया था।
ऐसे में आज हम आपको राज कपूर से जुड़ी हुईं कुछ बातें बतातें हैं, जिन्हें कम ही लोग जानते होंगे।
इंकलाब
'इंकलाब' में पहली बार किया था अभिनय
सत्यजीत रे, कांस फिल्म फेस्टिवल में सम्मान पाने वाले इकलौते भारतीय फिल्ममेकर नहीं हैं। अपनी फिल्मों 'आवारा' (1951) व 'बूट पॉलिश' (1954) के लिए राज कपूर भी दो बार 'Palme d'Or Grand Prize' के लिए नॉमिनेट हुए थे।
इन्हें भारतीय फिल्म सिनेमा का क्लार्क गेबल भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ को बनाकर रखने वाले कलाकार थे।
इन्होंने 10 साल की उम्र में पहली बार फिल्म 'इंकलाब' में अभिनय किया था।
शोमैन
राज कपूर को पड़ा था चांटा
फिल्म में 'क्लैपर बॉय' के तौर पर काम करते हुए राज कपूर ने एक बार इतनी जोर से ताली बजाई कि नायक की नकली दाड़ी हाथों में फंसकर बाहर आ गई। इस पर फिल्म के निर्देशक ने गुस्से में आकर राज कपूर को जोरदार चांटा मार दिया था।
खबरों के मुताबिक कनाडा सरकार ने बाॅलीवुड के शोमैन को सम्मान देने के लिए ब्राम्पटन नाम के शहर की एक सड़क का नाम ही राज कपूर रखा है।
बॉबी
राज कपूर की असल जिंदगी से प्रेरित था 'बॉबी' का एक सीन
अभिनेता बनने से पहले राज कपूर संगीत निर्देशक बनना चाहते थे। वह मात्र 24 साल की उम्र में फिल्म निर्देशक बन गए थे।
उन्हेंने अपना प्रोडक्शन स्टूडियो 'आर के फ़िल्म्स' शुरू किया था। उनके प्रोडक्शन की पहली फ़िल्म 'आग' थी।
कहा जाता है कि फिल्म 'बॉबी' का एक सीन जहां ऋषि व डिंपल पहली बार मिलते हैं, वह राज कपूर-नर्गिस की असल जिंदगी की पहली मुलाकात से प्रेरित था।
पुरस्कार
'पद्मभूषण' पुरस्कार से थे सम्मानित
1971 में राज कपूर को सिनेमा में उनके योगदान के लिए 'पद्मभूषण' पुरस्कार से सम्मनित किया था।
1987 में उन्हें सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान 'दादा साहब फाल्के पुरस्कार' भी दिया गया था।
'अनाड़ी' और 'जिस देश में गंगा बहती है' के लिए राज कपूर बेस्ट एक्टर का फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
'संगम', 'मेरा नाम जोकर' और 'प्रेम रोग' के लिए राज कपूर को बेस्ट डायरेक्टर का फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला था।
सफेद साड़ी
सफेद साड़ी राज कपूर को बहुत पसंद थी
ये बात कम ही लोग जानते होंगे कि दिलीप कुमार की शादी में बारात का नेतृत्व करने वालों में से एक राज कपूर भी थे।
'आवारा' पहली फिल्म थी, जिसमें कपूर खानदान की तीन पीढ़ियों ने एक साथ काम किया था। फिल्म में राज कपूर के दादा, उनके पिता व राज कपूर तीनों थे। इस फिल्म में राज के साथ नर्गिस ने भी काम किया था।
राज कपूर को सफेद साड़ी बहुत पसंद थी।
नर्गिस
2 जून, 1988 को दुनिया को कहा अलविदा
राज कपूर का नर्गिस के साथ रिश्ता रहा है। इसके बारे में उनके बेटे ऋषि कपूर ने अपनी आत्मकथा 'खुल्लम खुल्ला' में जिक्र भी किया है। उनका रिश्ता वैजयंती माला के साथ भी रहा।
राज कपूर की शादी कृष्णा मल्होत्रा से हुई थी। राज-कृष्णा के तीन बेटे ऋषि, रणधीर व राजीव कपूर हैं।
फिल्म अभिनेत्री करीना, करिश्मा व अभिनेता रणबीर राज कपूर के पोती-पोते हैं। राज कपूर ने 2 जून, 1988 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।