मां के शव को जगाते देख पसीज उठा शाहरुख खान का दिल, मदद को आए आगे
कुछ दिन पहले ही बिहार के मुजफ्फरपुर रेवले स्टेशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। इसमें एक बच्चा अपनी मां के शव को जगाने की कोशिश कर रहा था। क्योंकि उसे इस बात अंदाजा ही नहीं था कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं रही। इस वीडियो को देख हर किसी का दिल पसीज उठा हुआ था। अब शाहरुख खान की नजर इस वीडियो पर पड़ी और उन्होंने बच्चे की मदद का फैसला किया।
दादा-दादी करेंगे अब बच्चे की देखभाल
इस परेशान करने वाले वीडियो के वायरल होते ही शाहरुख खान का NGO मीर फाउंडेशन इस बच्चे की मदद के आगे आया। उन्होंने मृत महिला के परिवार वालों से संपर्क किया और बच्चे को उन्हें सौंप दिया। इस बात की जानकारी NGO ने अपने एक ट्वीट के जरिए दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में बच्चे की एक तस्वीर भी पोस्ट की है। जिसमें वह अपने दादा-दादी के साथ नजर आ रहा है।
वीडियो ने कर दिया था सभी को परेशान
NGO ने ट्वीट में लिखा, 'मीर फाउंडेशन उन सभी का शुक्रगुजार करता है, जिन्होंने इस बच्चे तक पहुचने में हमारी मदद की।' फाउंडेशन ने आगे लिखा, 'इस दिल दहला देने वाले वीडियो ने सभी के दिमाग को परेशान कर दिया था, जिसमें बच्चा अपनी मां के शव को जगाने की कोशिश कर रहा था। अब हम उसे सपोर्ट कर रहे हैं और वह अब अपने दादा की देखभाल में रहेगा।'
माता-पिता को खोने का दर्द जानता हूं- शाहरुख
अब शाहरुख खान ने भी मीर फाउंडेशन की इस ट्वीट को कोट किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा, 'आप सभी लोगों का धन्यवाद जो आपने इस बच्चे से हमें मिलवाया। हम प्रार्थना करते हैं कि उसे अपने माता-पिता को खोने के दर्द को सहन करने की हिम्मत मिल सके।' उन्होंने आगे लिखा, 'मुझे पता है कि यह अहसास कैसा होता है। हमारा प्यार और समर्थन आपके साथ है बेबी।'
शाहरुख का ट्वीट
वीडियो ने कर दिया था पूरे देश को भावुक
बता दें कि 25 मई को अरविना खातुन नाम की महिला श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अहमदाबाद से मुजफ्फरपुर आई थी। उसके साथ उसके दो छोटे बच्चे भी थे। रेलवे स्टेशन पर ही इस महिला का निधन हो गया। मां को इस तरह जमीन पर शांत लेटे देख नन्हा बच्चा उसे जगाने की कोशिश करने लगा। इसके बाद कुछ लोगों ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल हो कर दिया। इस वीडियो ने पूरे देश को भावुक कर दिया था।
बचपन में ही सिर से उठ गया था पिता का हाथ
शाहरुख जब छोटे थे तभी उनके सिर से पिता मीर ताज मोहम्मद का हाथ उठ गया। वह करीब 30 साल के थे जब उनकी मां लतीफ फातिमा खान का इंतकाल हो गया। शाहरुख ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था उन्हें हमेशा यह मलाल रहेगा कि उन्होंन अपने माता-पिता के साथ ज्यादा समय नहीं बिताया। उन्होंने कहा वह बहुत जीना चाहते हैं, ताकि उनके बच्चों को कभी ऐसा न लगे कि वह अपने पेरेंट्स के साथ भरपूर नहीं रह पाए।
कोरोना काल में भी शाहरुख खान दे रहे हैं योगदान
शाहरुख खान इस मुश्किल वक्त में कोरोना वायरस से लड़ने में देश की पूरी सहायता कर रहे हैं। उन्होंने कुछ समय पहले ही BMC को अपना चार मंजिला ऑफिस क्वारंटीन सेंटर बनाने के लिए सौंप दिया था। इसके अलावा वह केयर्स फंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के सीएम रिलीफ फंड में भी योगदान दे चुके हैं। वह महाराष्ट्र के मेडिकल स्टाफ को 25 हजार पीपीई किट्स उपलब्ध करा चुके हैं।