संजना गलरानी और रागिनी द्विवेदी ने किया था ड्रग्स का सेवन, फॉरेंसिक रिपोर्ट में हुई पुष्टि
क्या है खबर?
साउथ अभिनेत्री संजना गलरानी और रागिनी द्विवेदी का नाम पिछले साल ड्रग केस से जुड़ा था। बेंगलुरु पुलिस ने सितंबर, 2020 में संजना और रागिनी को ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया था।
इस केस में दोनों ही अभिनेत्रियों को जमानत मिल गई थी। दोनों ने ही खुद को बेकसूर बताया था।
अब केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) ने अपनी रिपोर्ट में पुष्टि की है कि संजना व रागिनी द्विवेदी समेत अन्य आरोपियों ने ड्रग्स का सेवन किया था।
सूचना
सिटी क्राइम ब्रांच की पुलिस कर रही जांच
मामले की जांच सिटी क्राइम ब्रांच (CCB) की पुलिस कर रही है। उन्होंने नशीली दवाओं के सेवन की जांच के लिए आरोपी व्यक्तियों के बालों के नमूने जांच के लिए भेजे थे।
इस जांच को हेयर फॉलिकल टेस्ट या हेयर ड्रग टेस्ट कहा जाता है। बता दें कि पेशाब व रक्त सैंपल से पता नहीं चलने के बाद इन आरोपियों का हेयर फॉलिकल टेस्ट किया गया था।
इसकी रिपोर्ट आने के बाद संजना और रागिनी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
आरोप
इन लोगों पर लगा था ड्रग्स के सेवन का आरोप
यह काफी हाइप्रोफाइल केस बन गया था। पुलिस ने मामले में पूर्व दिवंगत मंत्री के बेटे आदित्य अल्वा और अभिनेता विवेक ओबेरॉय के करीबी रिश्तेदार वीरेन खन्ना को गिरफ्तार किया था।
जांच के घेरे में आए सभी आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया था।
अब IANS की रिपोर्ट की मानें तो CFSL ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि संजना व रागिनी के अलावा वीरेन, राहुल टोनसे और दोनों इवेंट मैनेजर ड्रग्स का सेवन कर रहे थे।
जानकारी
रिपोर्ट की डिटेल्स मिलने के बाद ही कुछ कहेंगी संजना
मामले में संजना का कहना है कि उन्हें CFSL की रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट की डिटेल्स मिलने के बाद वह इस मामले में कुछ कहना चाहेंगी।
फॉरेंसिक लैब ने पहली बार संजना और रागिनी के बालों के सैंपल को रिजेक्ट कर दिया था। इसके बाद CCB ने जल्द CFSL को टेस्ट का रिजल्ट देने के लिए कहा था।
राज्य में पहली बार ड्रग्स मामले में बालों के सैंपल भेजे गए थे।
जमानत
जानिए मामले में कब मिली थी संजना और रागिनी को जमानत
बालों का यह सैंपल 9 महीने पहले नाखून और यूरिन के सैंपल के साथ CFSL को भेजा गया था।
अगर कोई व्यक्ति ड्रग्स का सेवन करता है, तो एक साल की अवधि तक हेयर फॉलिकल टेस्ट के माध्यम से शरीर में ड्रग्स का पता लगाया जा सकता है।
संजना को दिसंबर, 2020 में जमानत मिल गई थी। रागिनी द्विवेदी को कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद जनवरी, 2021 में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी।