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रणदीप हुड्डा की 'स्वतंत्र वीर सावरकर' का दमदार टीजर जारी, जंजीरों में जकड़े दिखे अभिनेता
'स्वतंत्र वीर सावरकर' का टीजर जारी

रणदीप हुड्डा की 'स्वतंत्र वीर सावरकर' का दमदार टीजर जारी, जंजीरों में जकड़े दिखे अभिनेता

May 28, 2023
05:09 pm

क्या है खबर?

रणदीप हुड्डा ने पिछले साल फिल्म 'स्वतंत्र वीर सावरकर' की घोषणा की थी। पिछले साल सावरकर जयंती पर हुड्डा का लुक सामने आया था। आज हुड्डा ने फिल्म का टीजर जारी किया है। टीजर में सावरकर की भूमिका में हुड्डा का अभिनय और दमदार डायलॉग रोमांच पैदा करने वाले हैं। साथ ही टीजर देखकर यह भी लगता है कि सावरकर को लेकर फिर से नई राजनीतिक बहस छिड़ने वाली है।

टीजर

टीजर में दिखी क्रांति

टीजर की शुरुआत आजादी की लड़ाई के क्रांतिकारी दृश्यों के साथ होती है। वीडियो के वॉयसओवर में हुड्डा कहते हैं, "आजादी की लड़ाई 90 साल चली, लेकिन यह लड़ाई कुछ ही लोगों ने लड़ी। बाकी लोग तो सत्ता के भूखे थे। अगर गांधी अपनी अहिंसावादी सोच पर अड़े नहीं रहते तो देश 35 साल पहले ही आजाद हो जाता।" सावरकर की भूमिका में हुड्डा अंग्रेजों की कैद में जंजीरों से जकड़े भी नजर आ रहे हैं।

फिल्म 

हुड्डा संभाल रहे फिल्म का निर्देशन

इस फिल्म के निर्देशन की कमान भी हुड्डा संभाल रहे हैं। निर्देशक महेश मांजरेकर के फिल्म से बाहर हो जाने के बाद हुड्डा ने यह जिम्मेदारी ली थी। वह पहली बार निर्देशक के तौर पर काम करने जा रहे हैं। फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा नहीं हुई है। फिल्म का निर्माण आनंद पंडित और संदीप सिंह कर रहे हैं। बता दें कि पिछले साल सावरकर जयंती पर हुड्डा ने फिल्म का पहला पोस्टर साझा किया था।

अंकिता लोखंडे 

अंकिता लोखंडे मुख्य भूमिका में आएंगी नजर

इस फिल्म में अंकिता लोखंडे को फीमेल लीड के लिए चुना गया है। फिल्म से उनका लुक भी सामने आ चुका है। फिल्म के बारे में अंकिता ने मीडिया से बातचीत में कहा था, "मुझे चुनौतीपूर्ण किरदार निभाना अच्छा लगता है। ऐसे किरदार जो न सिर्फ कहानी को आगे बढ़ाएं बल्कि दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ सकें। 'स्वतंत्र वीर सावरकर' ऐसी ही एक प्रेरक कहानी है जिसे बताना जरूरी है। मैं इसका हिस्सा बनकर खुश हूं।"

ट्विटर पोस्ट

अंकिता लोखंडे भी फिल्म का हिस्सा

परिचय

कौन हैं वीर सावरकर?

सावरकर भारतीय राजनीति में सबसे विवादास्पद हस्तियों में से एक हैं। महात्मा गांधी की हत्या में साजिश रचने में भी उनका नाम उछाला गया था। सावरकर को स्वतंत्रता संग्राम में अपने क्रांतिकारी रवैये के लिए जाना जाता है। वह हिंदुत्तव विचारधारा के नेता थे। 1910 में अंग्रेजों ने उन्हें काला पानी जेल भेज दिया था। सावरकर की अंग्रेजों से माफी मांगने को लेकर अकसर राजनीति गरमाती रहती है। 28 मई को उनकी 140वीं जयंती है।