राज कपूर की इस गलती ने बदल दी जिंदगी, बने क्लैपर बॉय से बॉलीवुड के गॉडफादर
बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर इन दिनों खूब चर्चा में हैं और हों भी क्यों न, 14 दिसंबर को उनकी 100वीं जयंती के मौके पर कपूर परिवार एक बड़ा आयोजन जो करने वाला है। इसका निमंत्रण देने हाल ही में कपूर परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण देने भी पहुंचा था। बहरहाल, आइए हम आपको बताते हैं कि स्पॉटबाॅय का काम करने वाले राज कपूर आखिर कैसे बॉलीवुड के गॉडफादर बन गए।
सिनेमा में राज का योदगान अविश्वसनीय
भले ही राज कपूर ने एक बड़े फिल्मी परिवार में जन्म लिया हो, लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि उन्होंने अपने करियर में जिन ऊंचाइयों को छुआ, उसके पीछे सिर्फ और सिर्फ उनकी कड़ी मेहनत और उनकी काबिलियत थी। जिंदगी में आए तमाम उतार-चढ़ाव के बीच राज ने हिंदी सिनेमा में अपना महत्वपूर्ण योदगान दिया और अपनी सफल फिल्मों से उन्हाेंने न सिर्फ भारतीय सिनेमा को अलग पहचान दी, बल्कि इसकी दिशा और दशा दोनों बदल दी।
एक्टिंग करियर शुरू करने से पहले लगाते थे झाड़ू
अभिनेता बनने से पहले राज अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के स्टूडियो में झाडू लगाया करते थे। इसके लिए वह वेतन के तौर पर महज 1 रुपये पाते थे। दिग्गज अभिनेता और पृथ्वी थिएटर के मालिक पृथ्वीराज कपूर के बेटे और घर में कई गाड़ियां होने के बावजूद राज बचपन में भीगते हुए स्कूल जाते थे। दरअसल, उनके पिता कहते थे कि बारिश की बूंदों की चोट खाने का अपना मजा है और इस अनुभव का उन पर गहरा असर पड़ेगा।
अपना हाल देख आता था राज को गुस्सा
जब राज पृथ्वी थिएटर में सेट की साफ-सफाई करते थे, उसी दौरान उनके दोस्त दिलीप कुमार अपनी पहली फिल्म की तैयारियों में लगे थे। ये बात राज को परेशान करती थी कि इतने बड़े एक्टर के बेटे होकर भी वह फिल्मों में नहीं आ पा रहे और बाहरी होने के बावजूद दिलीप की पहली फिल्म रिलीज होने वाली है। इस जलन में उन्होंने एक बार तेज हथौड़ा सेट पर मार दिया, जिसके चलते सेट के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा।
....जब सेट पर सबके सामने पड़ा राज कपूर को थप्पड़
राज कपूर ने 17 की उम्र में 'रंजीत मूवीकॉम' और 'बॉम्बे टॉकीज' फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में स्पॉटबॉय का काम शुरू किया। मशहूर निर्देशकों में शुमार केदार शर्मा की एक फिल्म में क्लैपर बॉय के तौर पर काम करते हुए उन्होंने एक बार इतनी जोर से क्लैप किया कि नायक की नकली दाड़ी क्लैप में फंसकर बाहर आ गई। इस पर केदार शर्मा ने गुस्से में राज को अपने पास बुलाया और पूरी यूनिट के सामने उन्हें जोरदार थप्पड़ जड़ दिया।
थप्पड़ खाकर मिली पहली फिल्म और निकल पड़ी
हालांकि, केदार को इसका अफसोस रहा। फिर उन्होंने अपनी नई फिल्म 'नीलकमल' के लिए मधुबाला संग राज को साइन कर लिया। इसके बाद राज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आने वाले कुछ सालों में अभिनय जगत में खूब नाम कमाया। 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'बूट पॉलिश', 'श्री 420', 'मेरा नाम जोकर', 'संगम' और 'जागते रहो' जैसी कई फिल्मों से सफलता की नई कहानी लिखी। इसी बीच वह निर्देशन में भी उतरे और सबसे सफल युवा निर्देशकों में से एक बनकर उभरे।
....और बन गए बॉलीवुड के गॉडफादर
इतने बड़े अभिनेता के बेटे होने के बावजूद राज ने अपने बलबूते इंडस्ट्री में जगह बनाई। सबसे अहम बात है कि किसी भी काम को उन्होंने छोटा नहीं समझा। पहले अभिनेता, फिर निर्देशक और फिर बने बॉलीवुड के गॉडफादर। राज ने कई सितारों का करियर संवारा और कइयों को बॉलीवुड में लॉन्च किया, जिससे उनका करियर परवान चढ़ा। इस फेहरिस्त में नरगिस दत्त से डिंपल कपाड़िया, ऋषि कपूर, मंदाकिनी, पद्मिनी कोल्हापुरे राजकुमार और राजेन्द्र सिंह जैसे कई सितारे शामिल हैं।