'बागबान' के लिए अमिताभ नहीं, दिलीप कुमार थे निर्देशक की पहली पसंद
क्या है खबर?
फिल्म 'बागबान' में अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी और इसमें उनके अभिनय को काफी सराहा गया था।
अब भले ही अमिताभ ने फिल्म में अच्छा काम किया हो, लेकिन शायद ही आप इस बात से वाकिफ होंगे कि वह इस फिल्म के लिए निर्देशक की पहली पसंद नहीं थे।
बीआर चोपड़ा की बहू रेनू चोपड़ा ने हाल ही में यह खुलासा किया और इसके पीछे की कहानी बताई।
आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
खुलासा
दिलीप कुमार और राखी के साथ बनने वाली थी फिल्म
टाइम्स ऑफ इंडिया से रेनू चोपड़ा ने कहा, "मेरे ससुर 'बागबान' को दिलीप कुमार और राखी के साथ बनाना चाहते थे, लेकिन बाद में राखी फिल्म से पीछे हट गईं और फिर दिलीप कुमार की तबीयत खराब रहने लगी।"
उन्होंने कहा, "इसके बाद फिल्म को अमिताभ और हेमा मालिनी के साथ बनाया गया। फिल्म बनी तो स्क्रिप्ट में कुछ बदलाव किए गए। रवि ने फिल्म के मुहूर्त के लिए दिलीप कुमार को निमंत्रण दिया था, लेकिन वह व्हीलचेयर पर थे।"
यादें
रेनू ने सुनाया फिल्म 'नया दौर' के सेट का किस्सा
दिलीप ने चोपड़ा कंपनी के साथ 'नया दौर', 'दास्तान', 'मजदूर' और 'दहलीज' जैसी फिल्मों में काम किया था।
रेनू ने कहा, 'नया दौर' भोपाल में शूट होनी थी। मिसेज चोपड़ा किचन का ध्यान रखती थीं। रवि (बीआर चोपड़ा के बेटे) सिर्फ सात साल के थे। एक दिन मेरी सास को कुछ सामान खरीदने जाना था तो दिलीप ने उनसे कहा- 'मैं रवि को नहला दूंगा।' यह उनकी इंसानियत को दिखाता है। मैं दिलीप कुमार की फेवरेट बहू हुआ करती थी।"
जानकारी
2003 में रिलीज हुई थी फिल्म 'बागबान'
'बागबान' 2003 में रिलीज हुई एक सफल फिल्म थी, जिसका निर्देशन रवि चोपड़ा ने किया था। यह एक पारिवारिक फिल्म है, जिसमें अमिताभ और हेमा मालिनी ने पति-पत्नी का किरदार निभाया था।
दोनों अपने बच्चों से बहुत प्यार करते हैं, लेकिन जब बेटे बड़े हो जाते हैं तो वे अपने मां बाप का बिल्कुल ख्याल नहीं रखते। वे अपने मां और पिताजी को अलग-अलग कर देते हैं और उनका अपमान करते हैं। इससे दोनों बहुत ही दु:खी रहते हैं।
जानकारी
धर्मेंद्र संग इस फिल्म में दिखते दिलीप कुमार
बीआर चोपड़ा फिल्म 'चाणक्य चंद्रगुप्त' बनाना चाहते थे और फिल्म के प्रोडक्शन का काम किशोर शर्मा को संभालना था, लेकिन शर्मा का निधन हो गया। शायद यही मौका था, जब धर्मेंद्र को दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका मिलता।
रेनू ने कहा, "चोपड़ा साहब ने दिलीप कुमार को चाणक्य का किरदार करने के लिए मनाया था, वहीं, धर्मेंद्र को चंद्रगुप्त तो जीनत अमान को हेलेन बनना था, लेकिन दुर्भाग्यवश यह फिल्म बन नहीं सकी।"
दुखद
7 जुलाई को दुनिया को अलविदा कह गए दिलीप कुमार
दिलीप कुमार के निधन ने हर किसी को तोड़ कर रख दिया है। 7 जुलाई की सुबह 98 वर्ष की उम्र में ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार हमेशा के लिए इस दुनिया से चले गए।
उनका मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
दिलीप कुमार के निधन के बाद से ही प्रशंसक लगातार खास तरीके से उन्हें याद कर रहे हैं।