#NewsbytesExplainer: ऋषि कपूर के निधन के बाद ऐसे पूरी हुई थी उनकी आखिरी फिल्म 'शर्माजी नमकीन'
क्या है खबर?
बॉलीवुड फिल्मों में किसी कलाकार का डबल रोल में दिखना आम बात है। आपने कई फिल्मों में देखा होगा कि एक ही कलाकार दो भूमिकाओं में नजर आता है।
क्या आप उस फिल्म के बारे में जानते हैं, जिसमें एक ही भूमिका को दो कलाकारों ने निभाया हो?
ऐसी ही दिलचस्प फिल्म है 'शर्माजी नमकीन'।
इस फिल्म में बीजी शर्मा के किरदार में कभी ऋषि कपूर नजर आते हैं तो कभी परेश रावल।
आइए, समझते हैं कैसे बनी यह फिल्म।
फिल्म
ऐसी है 'शर्माजी नमकीन' की कहानी
'शर्माजी नमकीन' एक रिटायर्ड बुजुर्ग की कहानी है।
रिटायर होने के बाद वह खुद को अकेला महसूस करता है। समय बिताने के लिए वह अपने खाना बनाने के शौक को पूरा करता है।
इस शौक के कारण वह पार्टियों में खाना बनाने लगता है। यहां उसे नया सामाजिक जीवन मिलता है।
शर्माजी अपने नए काम से खुश हैं, जबकि उनके बेटे को इसमें शर्मिंदगी होती है।
ऐसी खट्टी-मीठी भावनाओं की स्वादिष्ट प्लेट है 'शर्माजी नमकीन'।
घटना
क्या हुआ था?
दरअसल, ऋषि कपूर कैंसर के इलाज के बाद भारत वापस आए थे और अपने करियर की नई पारी का आनंद ले रहे थे।
'शर्माजी नमकीन' में उन्हें मुख्य भूमिका के लिए साइन किया गया था।
उन्होंने फिल्म की शूटिंग भी कर ली थी, लेकिन बीच में ही उनकी सेहत बिगड़ने लगी।
उधर, कोरोना के कारण पूरी फिल्म इंडस्ट्री ठप्प हो गई।
अभिनेता का भी स्वास्थ्य गिरता गया और इससे पहले सबकुछ पटरी पर लौटता, उनका निधन हो गया।
रणबीर कपूर
रणबीर कपूर के नाम पर भी हुआ था विचार
रिपोर्ट्स के अनुसार, ऋषि के गुजरने के बाद फिल्म निर्माता फरहान अख्तर ने भरोसा दिलाया था कि वह किसी भी तरह फिल्म को पूरा करेंगे।
इस भूमिका के लिए रणबीर कपूर को लेने पर विचार किया गया।
योजना बनी कि प्रोस्थेटिक्स की सहायता से रणबीर शर्माजी का किरदार निभा सकते हैं, लेकिन रणबीर को यह बात नहीं जमी।
उन्हें लगा कि इस किरदार के हिसाब से उनकी उम्र काफी कम है।
इसके बाद ऋषि की जगह परेश रावल ने ली।
किरदार
फिल्म में ऐसे नजर आते हैं ऋषि और परेश
यह फिल्म देखना दिलचस्प लगता है। फिल्म में एक ही किरदार में दो कलाकार दिखते हैं, लेकिन यह अटपटा नहीं लगता।
फिल्म में परेश को फिट करने के लिए स्क्रिप्ट में बदलाव नहीं किया गया, बल्कि उन्हें सीधा-सीधा ऋषि की जगह दे दी गई।
ऐसे में कई बार एक ही दृश्य के एक शॉट में ऋषि नजर आते हैं और अगले में परेश।
किसी दृश्य में कमरे से बाहर जाते हुए ऋषि दिखते हैं, लेकिन बाहर बालकनी में परेश।
शूटिंग
एक ही दृश्य में कैसे दिखते हैं दोनों कलाकार?
अब दर्शकों को लगेगा कि अगर ऋषि के निधन के बाद परेश ने उनकी जगह ली, तो फिर एक ही दृश्य में दोनों कलाकार कैसे नजर आते हैं।
दरअसल, जरूरी नहीं है कि फिल्म में एक साथ दिखने वाले दृश्यों की शूटिंग भी एक साथ हुई हो।
किसी भी दृश्य को फिल्माने के लिए सेट, कैमरा सेटअप जैसे तमाम इंतजाम करने होते हैं।
ऐसे में एक सेट के दृश्यों को एक साथ फिल्मा लिया जाता है।
उदाहरण
उदाहरण से समझिए, परेश ने कैसे ली ऋषि की जगह
बाद में एडिटिंग में इन दृश्यों को जोड़ दिया जाता है।
जैसे, मानों कहानी के हिसाब से घर का एक कमरा बनाया गया हो, तो इस कमरे के सभी दृश्य एक साथ शूट करना आसान होगा। चाहे वह फिल्म में कहीं भी उपयोग हों।
ऐसे में कमरे से बाहर जाने का दृश्य तो ऋषि ने फिल्माया, लेकिन बाकलनी वाला शॉट बाद में लिया गया, जिसमें परेश नजर आए।
फिल्म इसी तरह के दृश्यों से भरी हुई है।
बयान
इस बात से चिंतित थे परेश
एक पुरानी बातचीत में परेश ने कहा था कि उन्हें बस इस बात की चिंता थी कि जो ऋषि करके गए हैं, कहीं वह उसे खराब न कर दें।
जो ऋषि बो कर गए थे, उन्हें उसे बिना खराब किए आगे बढ़ाना था। यह एक तरह से रिले रेस थी, जिसमें अब उन्हें दौड़ना था।
परेश को जब यह एहसास हुआ कि हिंदी सिनेमा में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है तो उन पर जिम्मेदारी और बढ़ गई।
निधन
30 अप्रैल, 2020 को ऋषि ने ली थी अंतिम सांस
2018 में ऋषि कपूर को ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) होने का पता चला था।
उन्होंने न्यूयॉर्क जाकर इसका इलाज कराया था। इलाज के दौरान पत्नी नीतू कपूर हर दम उनके साथ थीं।
करीब एक साल के इलाज के बाद वह भारत वापस आ गए थे और फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था।
2020 में उनकी तबीयत फिर बिगड़ी और 30 अप्रैल, 2020 को उन्होंने मुंबई में अंतिम सांस ली थी।