#MeToo: आलोक नाथ पर चल रहा रेप केस हो सकता है बंद, नहीं मिले सबूत
क्या है खबर?
पिछले साल बॉलीवुड में #MeToo के तहत कई सेलिब्रिटीज ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए अपनी आप बीती सुनाई थी।
इसके तहत कई सेलीब्रिटीज पर भी गंभीर आरोप लगे थे, जिनमें से कई लोगों पर अब भी मामलों की जांच जारी है।
आरोपियों में से एक नाम अभिनेता आलोक नाथ का भी था।
स्क्रीनराइटर विंता नंदा ने आलोक के खिलाफ रेप का आरोप लगाया था।
इसमें ताजा अपडेट यह है कि पुलिस इस केस को बंद कर सकती है।
जानकारी
केस बंद कर सकती है पुलिस- रिपोर्ट्स
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस केस की एक क्लोजर रिपोर्ट जारी करने का मन बना रही है क्योंकि उन्हें आलोकनाथ के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिल पाए हैं। विंता ने पिछले साल नवंबर में केस दर्ज करवाया था।
रिपोर्ट्स
ओशीवाड़ा पुलिस बंद कर सकती है केस
मालूम हो कि #MeToo कैंपेन के अंतर्गत विंता ने पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया पर अपनी आप बीती बयां की थी।
इसके बाद नवंबर, 2018 में मुंबई के ओशीवारा पुलिस में विंता ने शिकायत दर्ज करवाई थी।
अब रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब ओशीवाड़ा पुलिस इस केस को बंद कर सकती है।
ओशीवाड़ा पुलिस स्टेशन के एक ऑफिसर ने कहा कि उन्होंने पीड़िता का स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर लिया था।
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केस की क्लोजर रिपोर्ट फाइल करेगी पुलिस
पुलिस ऑफिसर ने आगे बताया, "पीड़िता के बाद हमने कई बार प्रत्यक्षदर्शियों को भी स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया, लेकिन वो नहीं आए।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वजह से पुलिस केस की एक क्लोजर रिपोर्ट जारी करने का मन बना रही है क्योंकि उन्हें आलोकनाथ के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिल पाए हैं।
अब देखना होगा कि इस पर विंता की तरफ से क्या कदम उठाया जाता है।
जानकारी
क्या था आरोप?
#MeToo के तहत आलोक पर विंता ने आरोप लगाया था कि साल 1994 के शो 'तारा' की वह राइटर थीं। इसमें आलोक नाथ भी थे। विंता का कहना है कि एक दिन आलोक उन्हें घर छोड़ने गए थे। यहीं पर उन्हें शराब पिलाकर दुष्कर्म किया।
शुरुआत
संध्या मृदुल ने भी लगाए थे उत्पीड़न के आरोप
आलोक ने विंता के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराकर 1 रुपये हर्जाने की मांग भी की थी।
वहीं, आलोक पर सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने बैन भी लगा दिया था। आलोक आखिरी बार 'दे दे प्यार दे' में नजर आए थे।
बता दें कि आलोक पर विंता के अलावा संध्या मृदुल ने भी आरोप लगाए थे। संध्या का आरोप था कि करियर के शुरुआती दौर में आलोक ने उनका उत्पीड़न किया था।
मामले
इन केस में भी पुलिस ने फाइल की क्लोजर रिपोर्ट
वहीं, #MeToo के कई और मामले हैं जिसमें पुलिस क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर सकती हैं।
अभिनेत्री कृतिका शर्मा ने कास्टिंग डायरेक्टर विकी सिदाना के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। कृतिका ने सिदाना पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
इसके अलावा तनुश्री दत्ता ने भी नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का केस दर्ज करवाया था। इस केस में भी सबूत ना मिलने पर पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट फाइल की थी।