जेल कैदियों की रोमांचक कहानी, रोंगटे खड़े कर देंगी ये पांच हॉलीवुड फिल्में
थ्रिलर कहानियों की बात करें तो चाहे उपन्यास हो या फिर फिल्म, कहानी के किरदार जेल के कैदी हों तो रोमांच कुछ और ही होता है। अगर आप भी थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो हम आपको हॉलीवुड की पांच बेहतरीन फिल्में बता रहें हैं जिसमें कैदियों के किरदार आपको रोमांच में कैद कर देंगे। कुछ कहानियां सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं तो कुछ काल्पनिक हैं। कैदियों वाली इन फिल्मों में से कुछ की झोली में ऑस्कर भी शामिल है।
हंगर
स्टीव मैकक्वीन द्वारा निर्देशित ऐतिहासिक ड्रामा 'हंगर' 1981 में आयरलैंड के जेलों में हुए भूख हड़ताल पर आधारित है। फिल्म में आयरिश रिपब्लिकन आर्मी के एक वॉलंटियर बॉबी सैंड्स की कहानी दिखाई गई है, जिसने यह भूख हड़ताल शुरू किया था। इसे अभिनेता माइकल फैसबेंट द्वारा निभाये गए सर्वश्रेष्ठ किरदारों में गिना जाता है। 2008 की इस फिल्म की झोली में प्रसिद्ध BAFTA अवॉर्ड समेत कई पुरस्कार शामिल हुए थे।
द रॉक
'द रॉक' का प्लॉट एक ऐसे पर्यटन स्थल पर आधारित है, जो कभी कुख्यात बदमाशों को रखने वाली मशहूर जेल थी। अब यहां पर 30 पर्यटकों को बंधक बना लिया गया है। बंधकों को छुड़ाने के लिए FBI जॉन मैसन को बुलाती है जो एकमात्र ऐसा कैदी है जो इस जेल से छूटकर भागा था। मैसन का किरदार अभिनेता शॉन कॉनरी ने निभाया है। 1996 की इस फिल्म को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया था।
अ प्रॉफेट
'अ प्रॉफेट' एक फ्रेंच प्रिजन क्राइम ड्रामा है। फिल्म में मुख्य किरदार मलिक की भूमिका फ्रेंच अभिनेता ताहर रहीम ने निभाई है। यह फिल्म एक कैदी की रोमांचक कहानी है जो जेल में रहते हुए धीरे-धीरे और बदमाश होता जाता है और एक दिन कुख्यात ड्रग डीलर बन जाता है। यह फिल्म साल 2009 में रिलीज हुई थी। उस साल फिल्म ने ढेरों अवॉर्ड्स अपने नाम किए थे। ऑस्कर के नॉमिनेशन में भी फिल्म ने अपनी जगह बनाई थी।
द ग्रेट एस्केप
स्टीव मेकक्वीन और जेम्स गार्नर स्टारर यह फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह फिल्म दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जर्मन कैम्प से ब्रिटेन के कैदियों के भाग निकलने की कुछ घटनाओं को दिखाती है। फिल्म के फर्स्ट हाफ में कैदियों को सुरक्षाकर्मियों को छकाते हुए मजेदार ढंग से दिखाया गया है। वहीं सेकेंड हाफ में फिल्म रोंगटे खड़े कर देती है। यह फिल्म 1963 में रिलीज हुई थी। इतने सालों बाद भी थ्रिलर फिल्मों के दीवाने इसके कायल हैं।
कूल हैंड ल्यूक
यह फिल्म 1967 में रिलीज हुई थी। कूल हैंड ल्यूक फ्लोरिडा के प्रिजनर कैंप के एक कैदी की कहानी है जो सिस्टम के आगे घुटने टेकने से मना कर देता है। वह बार-बार जेल से भागने में सफल होता है लेकिन हर बार दोबारा पकड़ लिया जाता है। जेल में मौजूद अन्य कैदी ल्यूक से काफी प्रेरित हैं. इस फिल्म में बेस्ट सपोर्टिंग ऐक्टर के लिए जॉर्ज कैनेडी ने ऑस्कर अपने नाम किया था।