मनोज बाजपेयी बोले- निर्माता कम फीस में बड़े सितारों से लाभ कमाने की उम्मीद न करें
बॉलीवुड में पिछले कुछ दिनों से यह नया मुद्दा गरमाया हुआ है कि सितारों की फीस के कारण फिल्म निर्माताओं पर बोझ बढ़ रहा है। हाल ही में अनुराग कश्यप ने इस पर बात की थी। पिछले दिनों अभिनेता समीर सोनी ने इसे लेकर फराह खान और करण जौहर को लताड़ लगाई थी और उल्टा यह कहा था सितारों की बढ़ती मांगों के जिम्मेदार वो खुद हैं। हाल ही में अभिनेता मनोज बाजपेयी ने इस पर खुलकर बात की।
अभिनेता ने किया अपना बचाव
न्यूज 18 से हालिया बातचीत में मनोज ने कहा, "मैं बड़ी टीम के साथ यात्रा नहीं करता। मेरी टीम 25 सालों से मेरे साथ है और मुझे वही सुविधाएं मिलती हैं, जो हमेशा से मिलती आई हैं। कुछ फिल्मों में वैन नहीं होती हैं और हम इसे स्वीकार करते हैं, क्योंकि हमारा जुनून फिल्म बनाना है। हम मध्यम बजट में काम करते हैं। 'जोरम' की ज्यादातर शूटिंग के दौरान वैन या अतिरिक्त सुविधाएं नहीं थीं।"
आप बड़े सितारों से फीस कम करने की उम्मीद न करें- मनोज
मनोज आगे बोले, "जो लोग सितारों की बढ़ती फीस और इससे बढ़े फिल्म के बजट पर शिकायत कर रहे हैं, वे अक्सर सितारों के साथ फिल्में बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता होता है कि ये सितारे फिल्म के बड़े बजट की भरपाई कर ही लेंगे। एक बड़ा सितारा अपने स्टारडम के हिसाब से ही फीस लेगा। आप उससे यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वो आपके बजट के हिसाब से अपना मेहनताना कम कर दे।"
"जनता से शिकायत करके समस्या का समाधान नहीं होगा"
अभिनेता यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, "जो निर्माता कम बजट में किसी स्टार की लोकप्रियता का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें सितारों के साथ इस सिलसिले में निजी तौर पर बातचीत करनी चाहिए। फिल्में स्टार की मार्केट वैल्यू द्वारा प्रदान किए गए बजट के अंदर बनाई जाती हैं। अगर आप स्टार पावर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, लेकिन बजट कम रखना चाहते हैं तो आपको सीधे स्टार से बातचीत करनी होगी। जनता से शिकायत करके समस्या का समाधान नहीं होगा।"
गुलशन ग्राेवर ने भी किया था सितारों का समर्थन
इससे पहले अभिनेता गुलशन ग्रोवर ने इस मामले में सितारों का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था, "सितारों के खर्चों से निर्माता पहले से ही वाकिफ होते हैं। वे सितारों को कास्ट करने से पहले ही सारा हिसाब लगा चुके होते हैं। इस बात का मुद्दा बनाना फालतू है।" उन्होंने यह भी कहा था कि निर्माताओं को मौजूदा दौर की तुलना बीते कल से नहीं करनी चाहिए। क्यों निर्माता बेवजह इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं?
फराह-करण के अलावा सितारों के बढ़ते खर्च पर इन्होंने जताई थी चिंता
फराह और करण के अलावा अनुराग कश्यप, कबीर खान और अनिल कपूर ने भी फ्लॉप फिल्मों के बीच सितारों के खर्चों पर चिंता जाहिर की थी। अनिल ने यहां तक कहा था कि वह तो मुफ्त में फिल्में कर लिया करते थे, वहीं फराह बोली थीं कि पहले अभिनेत्रियां पेड़ के पीछे तक कपड़े बदल लिया करती थीं, आजकल सबके पास कई वैनिटी वैन हैं। करण ने भी सितारों की यात्रा और सेट पर उनके खर्चों पर चिंता जताई थी