मनीषा कोइराला का बॉलीवुड पर तंज, बोलीं- लोग कहते हैं बुड्ढी हो गई है, क्या करेगी?
क्या है खबर?
कोई शक नहीं कि मनीषा कोइराला एक बेहतरीन अभिनेत्री हैं और उन्होंने अपने दम पर दर्शकों के बीच अपनी एक खास जगह बनाई है।
पिछली बार संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' से मनीषा ने अभिनय की दुनिया में वापसी की और मल्लिकाजान के किरदार में ऐसी जान फूंकी कि दर्शकों के साथ-साथ समीक्षक भी उनके मुरीद हो गए।
हाल ही में मनीषा ने बताया कि वह बॉलीवुड में कहीं न कहीं बढ़ती उम्र का खामियाजा भुगत रही हैं।
दो टूक
"हम 50 के बाद भी कमाल कर सकते हैं"
फ्री प्रेस जर्नल से 54 वर्षीय मनीषा ने कहा, "हमें दुनिया को और खुद को यह दिखाने की जरूरत है कि 50 के बाद भी हम धमाल मचा सकते हैं। हम अब भी कमाल की जिंदगी जी सकते हैं। हम अब भी अपने काम में अच्छे हो सकते हैं, खुशी से और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। जब तक मैं जिंदा हूं, काम करना चाहती हूं और स्वस्थ रहना चाहती हूं। मैं अच्छा दिखना चाहती हूं। यही मेरा मकसद है।"
बयान
लोग सोचते हैं कि बुड्ढी हो गई है, ये क्या काम करेगी- मनीषा
मनीषा आगे कहती हैं, "बहुत से लोग सोचते हैं कि बुड्ढी हो गई है। ये किस तरह का काम कर सकती है? कुछ सोचते हैं कि चलो इसे मां या बहन की भूमिका दे देते हैं, लेकिन महिलाएं दमदार भूमिकाएं निभा सकती हैं। मुझसे पहले भी कई हीरोइनों ने ऐसा किया है और मैं भी ऐसा करना चाहती हूं। मेरे अंदर भी जोश और आग है। मुझमें अब भी और अधिक करने की भूख है।"
उम्र पर सवाल
मनीषा बाेलीं- उम्र तो सिर्फ एक नंबर है
बातचीत में मनीषा ने कहा, "मैं एक कलाकार के रूप में आगे बढ़ना चाहती हूं। उम्र तो सिर्फ एक नंबर है और वो मुझे नहीं रोकेगी। किसी को भी नहीं रोकना चाहिए। चाहे फिल्म इंडस्ट्री हो या कोई और जगह, उम्र बढ़ना महिलाओं के लिए एक समस्या है। हमारी बेइज्जती की जाती है। मैंने कभी किसी को किसी पुरुष को यह कहते हुए नहीं सुना कि वह बूढ़ा हो गया है, लेकिन बहुत सी महिलाओं को ट्रोल किया जाता है।"
अपमान
मनीषा का कई बार हुआ अपमान
मनीषा बोलीं कि उम्र के कारण उन्हें कई बार सितारों की राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस का हिस्सा बनने नहीं दिया गया। उनसे कहा गया कि वो उनके लिए नहीं, बल्कि एक खास एज ग्रुप वालों के लिए है।
मनीषा बोलीं कि अगर कोई उम्रदराज पुरुष मेरी जगह होता तो उसके साथ ऐसा नहीं होता, लेकिन उन्हें इससे अलग रखा गया।
अभिनेत्री के मुताबिक, उम्र के आधार पर किसी का अपमान पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कहीं ज्यादा प्रभावित करता है।
जानकारी
90 के दशक में मनीषा ने जीते दिल
मनीषा 90 को दशक की मशहूर अभिनेत्री हैं। उन्होंने अपनी खूबसूरती और दिलकश अदाओं से अपने जमाने मे लोगों का दिल जीत लिया था। 1991 में ब्लॉकबस्टर फिल्म 'सौदागर' के जरिए बॉलीवुड में कदम रखने वाली मनीषा ने कई यादगार फिल्में की और पुरस्कार जीते।