#Review: नशे में चूर दोस्तों के अच्छे अभिनय और कमजोर कहानी के साथ परोसी गई 'माफिया'
पिछले कुछ समय से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एक के बाद एक लगातार कई बेहतरीन फिल्में और वेब सीरीज रिलीज की जा रही हैं। अब ZEE5 ने भी हाल ही में अपने यूजर्स के लिए एक थ्रिलर क्राइम वेब सीरीज 'माफिया' रिलीज की है। आठ एपिसोड वाली इस वेब सीरीज का हर एसिपोड करीब 30-35 मिनट का है। अगर आप भी इसे देखने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले जान लीजिए कि 'माफिया' कैसी है।
जानिए कौन है माफिया?
इस सीरीज के नाम से आपको भी ऐसा लगा होगा कि यह किसी गैंगस्टर की कहानी है, लेकिन माफिया गैंगस्टर नहीं बल्कि एक खेल का नाम है, जिसे कॉलेज के छह दोस्त खेलते हैं। यह कहानी छह बेस्ट फ्रेंड्स नेहा (आनंदिता बोस), अनन्या (इशा साहा), तान्या (मधुरिमा राय), ऋषि (तन्मय धनानिया) रितिक (सौरभ श्रीवास्तव) और सैम (आदित्य बक्शी) की है। कॉलेज खत्म होने के बाद ये सभी अपने-अपने घर जाने की बजाय झारखंड के मधुवन की ओर निकल पड़ते हैं।
क्या होता छह साल पहले?
मधुवन के जंगल के बीचों-बीच ऋषि के पिता का बंगला है। नशे में चूर ये लोग यहां आकर कुछ ऐसा करते हैं जिसके बाद ये लोग बेस्ट फ्रेंड नहीं रहते। छह साल बाद ये लोग रियूनियन के लिए फिर इसी बंगले पर आते हैं और आकर शुरु होता है इनका खेल 'माफिया' इस दौरान इनका बीता हुआ कल इनके सामने आने लगता है। छह साल पहले क्या हुआ था यह जानने के लिए आपको यह वेब सीरीज देखनी होगी।
नमित के अभिनय ने किया निराश
इस सीरीज में केवल नमित दास ही एक मशहूर आर्टिस्ट दिखे। उन्होंने कुछ सीन्स में काफी अच्छा काम किया है, लेकिन कुछ जगहों पर वह बहुत फीके पड़ते हुए दिखे, जबकि दर्शकों को उनसे हमेशा और बेहतर करने की उम्मीद रहती है।
नए कलाकारों के अभिनय ने किया हैरान
नए कलाकारों के अभिनय की बात करें तो एक बिगड़े और घमंडी लड़के ऋषि का किरदार निभाने वाले तन्मय का काम शानदार था। वहीं भोली-भाली डिप्रेशन की शिकार लड़की अनन्या के किरदार को भी ईशा ने बखूबी निभाया। बाकी स्टार कास्ट से भी जितना कहा गया उन्होंने उसे अच्छे से पर्दे पर उतारा। कई सीन्स में ऐसा लगता है कि नए कलाकार मझे हुए अभिनेता नमित पर भारी पड़ रहे हैं।
निर्देशन को बेहतर करने की जरूरत
बिरसा दास गुप्ता ने 'माफिया' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की है। उनका काम देखकर लगता है कि उन्हें और मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने अतीत और वर्तमान की कहानी को एक साथ दिखाने की कोशिश की है। यही एक मुख्य वजह थी कि आप इसके साथ कनेक्ट ही नहीं हो पाते। वर्तमान और अतीत के सीन्स इतने ज्यादा हो गए कि कई जगहों पर तो सिर दर्द करने लगता है।
सिनेमैटोग्राफी
'माफिया' की सिनेमौटोग्राफी की तारीफ की जा सकती है। हालांकि, कुछ सीन्स में आपको कैमरा एंगल गलत लग सकता है, लेकिन जिस तरह से हर सीन को पेश किया है उससे आपकी दिलचस्पी इस सीरीज के साथ बन सकती है।
क्या हैं 'माफिया' की कमजोर कड़ियां?
इस वेब सीरीज को देखते हुए आपको कई चीजे अजीब लगेंगी। जैसे कि इन सभी बच्चों के माता-पिता अपनी जिंदगियों में इतने व्यस्त हैं कि वह इस बात पर ध्यान नहीं देते कि उनके बच्चे हर समय नशे में चूर पड़े रहते हैं। सीरीज के लगभग हर सीन में शराब, ड्रग्स, सिगरेट जैसे नशों का इस्तेमाल किया गया है। हर सीन में इसके किरदार या तो यौन संबंधों पर चर्चा कर रहे हैं या यौन संबंध बनाते दिख रहे हैं।
इन कमजोरियों को भी नहीं कर पाएंगे अनदेखा
इनके कॉलेज में कभी पढ़ाई नहीं होती? कोई क्लास नहीं लगती? या फिर इन्हें कोई प्रोजेक्ट नहीं बनाना होता? इसके अलावा गालियों की इतनी भरमार है कि एक वक्त के बाद आप इससे परेशान हो जाएंगे। इनके बावजूद कहानी में आपको कई नयापन नहीं दिखेगा।
देखें या न देखें?
अगर आपके पास इस समय कुछ अच्छा देखने के लिए नहीं है तो आप इसे देख सकते हैं। इसके ट्रेलर ने जितनी उम्मीदें बढ़ाई थी सीरीज के रिलीज होते ही उन सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। खैर, कुछ नए कलाकारों का काम और सुनसान अंधेरे में होने वाली घटनाएं आपको पसंद आएंगी। जिससे इसे थ्रिलर बनाया गया है। हम 'माफिया' को पांच में से 2.5 स्टार दे रहे हैं।