जानिए कौन हैं अमृता शेरगिल, जिनकी बायोपिक बना रहीं मीरा नायर
क्या है खबर?
फिल्म निर्देशक मीरा नायर इन दिनों मशहूर चित्रकार अमृता शेरगिल की बायोपिक को लेकर सुर्खियों में हैं।
निर्देशक ने इस फिल्म की घोषणा 2020 में की थी, लेकिन कोरोना के चलते वह इस पर काम शुरू नहीं कर पाई थीं।
पीपिंगमून की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म का नाम 'अमरी' है और मुख्य भूमिका के लिए नसीरुद्दीन शाह, विक्की कौशल और जिम सर्भ से संपर्क किया गया है।
आइए फिल्म से पहले अमृता के बारे में जान लेते हैं।
कहानी
मशहूर चित्रकार हैं अमृता
अमृता को भारत की मशहूर चित्रकार के तौर पर जाना जाता है, जिनकी कला के दीवाने दुनियाभर में हैं।
30 जनवरी, 1913 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में जन्मी अमृता के पिता उमराव सिंह शेरगिल पंजाब से थे और मां एंटोनी गोट्समन यहूदी थी।
अमृता को बचपन से ही कला और संगीत का जुनून था, जिसकी वजह शायद मां के यहूदी ओपेरा गायिका होने और पिता के संस्कृत-फारसी के विद्वान नौकरशाह होने से भी जुड़ी थी।
कहानी
पढ़ाई पूरी कर लौट आई थीं भारत
अमृता ने इटली स्थित फ्लोरेंस के सांता अनुंजियाता आर्ट स्कूल से चित्रकारी का कोर्स किया और फिर पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत आने की इच्छा जताई।
उनका मानना था कि वह चित्रकार होने के नाते अपना भाग्य अपने देश भारत में ही आजमाना चाहती हैं और इसी वजह से उनकी चित्रकारी में भारतीय संस्कृति की झलक साफ नजर आती है।
दिल्ली की राष्ट्रीय आर्ट गैलरी में भी उनकी पेंटिंग को सहेज कर रखा गया है।
विस्तार
वक्त-वक्त पर चित्रकारी में दिखे बदलाव
साल 1921 में अमृता परिवार के साथ शिमला आई थीं।
1924 में वह अपनी मां और इतालवी मूर्तिकार के साथ इटली चली गईं, जहां उन्होंने फ्लोरेंस के एक आर्ट स्कूल में दाखिला लिया। कुछ समय स्कूल में रहने के बाद वह वापस भारत आ गईं।
16 वर्ष की आयु में वह मां के साथ पेरिस में पेंटिंग सीखने के लिए चली गईं।
1934 में भारत लौटी और पर्यटन स्थलों को देखा। ऐसे में उनकी चित्रकारी में वक्त-वक्त पर बदलाव दिखे।
आखिरी पल
लाहौर में हो गया था निधन
1938 में डॉ विक्टर एगान के साथ शादी करने के बाद अमृता गोरखपुर के सराया स्थित अपने पैतृक स्थान पर आ गई थीं।
उस दौरान रवींद्रनाथ टैगोर और अबनिन्द्रनाथ की कला ने उन्हें खासा प्रभावित किया।
सितंबर 1941 को वह लाहौर गई थीं, जहां 5 दिसंबर को उनका निधन हो गया।
उनकी मृत्यु का सही कारण कभी सामने नहीं आया, लेकिन कहा जाता है कि असफल गर्भपात की वजह से ऐसा हुआ था।
उपलब्धि
कई उपलब्धि की अपने नाम
एक सर्वे के मुताबिक, अमृता का नाम वर्ष 1976 और 1979 में देश के 9 सर्वश्रेष्ठ चित्रकारों में भी शामिल किया था।
इसके अलावा उनकी एक 'पेटिंग यंग गर्ल्स' पेरिस में एसोसिएशन ऑफ द ग्रैंड सैलून में पहुंची और वहां उसकी प्रदर्शनी लगी।
इस उपलब्धि को हासिल करने वाली वह पहली एशियाई महिला चित्रकार और दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला थीं।
2018 में मुंबई में उनकी पेंटिंग 'द लिटिल गर्ल इन ब्लू' 18.69 करोड़ रुपये में बिकी थी।
जानकारी
इस साल शुरू होगी बायोपिक की शूटिंग
मीरा के इस पीरियड ड्रामा को कथित तौर पर 'अमरी' का नाम अमृता के उपनाम से मिला है और इस साल सितंबर में इसकी शूटिंग शुरू होने वाली है। मीरा फिल्म को 2024 के मध्य में रिलीज करने की योजना बना रही हैं।