
पाकिस्तान पर विजय देवरकोंडा बोले- खाने-पीने के लाले पड़े हैं और कश्मीर के लिए लड़ते हैं
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गुस्से का माहौल है। अब तक कई सितारे इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। न सिर्फ बॉलीवुड, बल्कि साउथ के कई कलाकार इस हमले की कड़ी निंदा कर चुके हैं।
पिछले दिनों रजनीकांत ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़े से कड़ा एक्शन लेने की मांग की और अब दक्षिण भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता विजय देवरकोंडा ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
आइए जानें क्या बोले देवरकोंडा।
निशाना
पाकिस्तानियों को पढ़ने-लिखने की जरूरत
विजय ने एक इवेंट में हमले में मारे गए मासूमों की मौत पर दुख जताया।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के लोगों को अच्छी शिक्षा की जरूरत है ताकि वो सही गलत समझ सके और कोई भी आतंकवादी उनका ब्रेन वॉश कर उन्हें आतंकवाद की ओर न धकेल सके। जिस तरह की घटनाएं कश्मीर में हो रही हैं, ये बिल्कुल भी बर्दाश्त करने के लायक नहीं हैं। इन लोगों को पढ़ाई और ज्ञान की बहुत जरूरत है।"
दो टूक
"ये उसके लिए लड़ रहे, जो इनका है ही नहीं"
विजय आगे कहते हैं, "इन पाकिस्तानियों के पास बिजली, पानी जैसी जरूरी चीजें तो हैं नहीं और से कश्मीर के लिए लड़ते रहते हैं, जो उनका है ही नहीं। कश्मीर हमारा है और इसमें कोई शक नहीं है। ये लोग उसके जिए लड़ रहे हैं, जो इनका है ही नहीं। कश्मीर हमारे भारत देश का हिस्सा है। पाकिस्तान से जंग लड़ने की हमें कोई जरूरत ही नहीं। पाकिस्तानी अपनी सरकार से परेशान होकर खुद ही एक दिन विद्रोह कर लेंगे।"
तंज
हमें पाकिस्तान पर हमला करने की जरूरत ही नहीं- विजय
विजय बोले, "पाकिस्तान अपने देश के मुद्दों को ही संभाल नहीं पा रहा है। बुनियादी ढांचा ही हिला हुआ है। वहां के लोग खुद अपनी सरकार की आलोचना करते हैं। वो संसाधानों की कमी से परेशान हैं। पाकिस्तान अपने लोगों की तो देखभाल कर नहीं सकता। भारत को पाकिस्तान पर हमला करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पाकिस्तानी खुद अपनी सरकार से तंग आ चुके हैं और अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो ही उन पर हमला बोल देंगे।"
हमला
कब हुआ था पहलगाम में हमला?
22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 6 आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी।
यह हमला उस समय हुआ, जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे।
इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जिससे पूरा देश स्तब्ध है।
भारत ही नहीं, विदेशों में इस बर्बर हमले की कड़ी निंदा की गई है। यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।