जन्मदिन विशेष: कैलाश खेर के इन खूबसूरत गीतों को सुनकर नहीं भरता मन
क्या है खबर?
जब भी बॉलीवुड के सूफी गायकों की बात होती है तो कैलाश खेर का नाम जहन में जरूर आता है।
वह 20 से ज्यादा भाषाओं में अब तक 500 से ज्यादा गाने गा चुके हैं।
7 जुलाई को कैलाश अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं।
आइए उनके उन बेहतरीन गानों के बारे में आपको बताते हैं, जिन्हें सुन कोई भी यह पूछे बिना नहीं रह पाता कि इस गीत को किसने गाया या फिर यह किस फिल्म का है।
#1
'तेरी दीवानी'
इस गाने के बाद कैलाश की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा हुआ। यह आज भी बजता है तो इसे बार-बारे सुनने की जी करता है। कैलाश का यह गाना रिलीज होते ही हिट हो गया था।
इसको कैलाश ने अपनी आवाज से तो सजाया ही था, बल्कि इस गाने के बोल भी उन्होंने ही लिखे थे। इसका संगीत कैलाश ने परेश कामथ और नरेश के साथ मिलकर दिया था।
यह गाना आज भी संगीत प्रेमियों की प्लेलिस्ट में शामिल होता है।
#2
'सैंया'
यह गाना कैलाश के एल्बम 'झूमो रे' का है, जो रिलीज होते ही लोगों की जुबां पर चढ़ गया था।
2007 में लोगों के बीच उनके इस गाने की जबरदस्त दीवानगी देखने को मिली थी। आज भी जब यह गाना बजता है तो इसके बोल सुन इसे गुनगुनाने का मन करने लगता है।
एक तरफ जहां कैलाश की आवाज ने इसमें चार चांद लगाए, वहीं इसके बोल इतने खूबसूरत हैं, जिन पर किसी का भी दिल आ जाए।
#3
'या रब्बा'
अगर आप कैलाश के प्रशंसकों में शुमार हैं तो बेशक आपने उनका यह गाना सुना होगा। इसके जरिए एक बार फिर उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह अपने समकालीन गायकों से बहुतअलग हैं।
कैलाश की आवाज में एक अलग ही जादू है, जिसे सुन बस सुनते रहने का मन करता है।
'या रब्बा' अनिल कपूर जैसे कई कलाकारों से सजी फिल्म 'सलाम-ए-इश्क' के लिए उन्होंने गाया था, जिस पर सुनने वालों ने खूब प्यार लुटाया था।
#4
'रब्बा इश्क न होवे'
कैलाश को असली पहचान इंडस्ट्री में इसी गाने ने दिलाई। यह गाना फिल्म 'अंदाज' का था। अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और लारा दत्ता पर यह गीत फिल्माया गया था।
जब भी कैलाश के खूबसूरत गानों का जिक्र होता है, उनका यह गाना जहन में जरूर आता है क्योंकि इसी ने उन्हें लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाया।
2003 में आई इस फिल्म ने तो बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया ही, साथ ही इसके गाने भी दर्शकों की कसौटी पर खरे उतरे।
#5
'अल्लाह के बंदे'
कैलाश के बेहतरीन गानों की बात हो और 'अल्लाह के बंदे' का जिक्र न हो, ऐसा भला कैसे हो सकता है।
शशांक घोष की फिल्म 'वैसा भी होता है 2' का यह गाना लोगों को बेहद पसंद आया था। यह 2006 में रिलीज हुआ था।
विशाल शेखर ने इस गीत को संगीत दिया था और कैलाश ने सुर लगाए थे। उनका यह गाना आज तक लोगों की पसंद बना हुआ है।
जानकारी
इन गानों से भी किया लोगों के दिलों पर राज
कैलाश ने 'बाहुबली 2' के गाने 'जय जयकारा' को अपनी आवाज दी थी। फिल्म के साथ-साथ यह गाना भी लोगों की जुबां से नहीं उतरा। 'यूं ही चला चल राही', 'तुझे मैं प्यार करूं' और 'तौबा तौबा' जैसे शानदार गाने कैलाश ने ही गाए हैं।