इरफान जाते-जाते कर गए कोरोना वायरस से जूझते लोगों की मदद, नहीं करना चाहते थे खुलासा

बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान के निधन को एक महीने का समय बीत चुका है। आज भी इस बात पर यकीन करना मुश्किल होता है कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके करीबी उनसे जुड़ी कई यादें फैंस के साथ शेयर कर चुके हैं। अब जयपुर में रहने वाले इरफान के एक दोस्त जियाउल्लाह ने उनसे जुड़ी एक ऐसी बात का खुलासा है जिसके बारे में शायद ही किसी को कोई खबर होगी।
इरफान के दोस्त ने बताया कि अभिनेता ने कोरोना वायरस संकट का सामना कर रहे लोगों तक मदद पहुंचाई थी। हालांकि, उन्होंने कभी इस बात का ऐलान नहीं किया, क्योंकि इरफान नहीं चाहते थे कि किसी को इस बारे में पता चले। जियाउल्लाह ने पिंकविला ने बात करते हुए इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया, "कोरोना वायरस के मुश्किल वक्त में हम जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने इरफान के भाई को बताया और वह हमारी मदद के लिए तैयार हो गए। उनके बाद इरफान ने भी गरीबों के लिए आर्थिक रुप से सहायता की। उन्होंने उस समय हमसे कहा कि किसी को भी इस बारे में पता नहीं चलना चाहिए।" जियाउल्लाह ने आगे बताया, "इरफान के परिवार के मुताबिक, उनका विश्वास था कि वह दाएं हाथ को भी पता नहीं चलने देते थे कि उनके बाएं हाथ ने कुछ दान दिया है।"
जियाउल्लाह ने आगे कहा कि वह इरफान के इन कामों को अब सिर्फ इसलिए दुनिया के सामने ला रहे हैं क्योंकि अभिनेता अब नहीं रहे। उन्होंने कहा, "अगर वह होते तो शायद मैं कभी इस बात का जिक्र नहीं करता। उनके जाने के बाद मेरी जिम्मेदारी है कि उनके सारे अच्छे कामों के बारे में सबको बताऊं ताकि लोगों के दिलों में उनके लिए इज्जत और भी ज्यादा बढ़ सके।"
इरफान के निधन का एक महीना पूरा होने पर पत्नी सुतापा ने फेसबुक पर इमोशनल पोस्ट लिखा है। इसके साथ उन्होंने इरफान की एक तस्वीर भी शेयर की है। सुतापा ने लिखा, 'यहां से बहुत दूर सही और गलत के आगे एक खाली मैदान है। मैं वहां मिलूंगी तुम्हें। जब हमारी आत्मा घास पर चैन से लेटेगी और दुनिया बातें करके थक गई होगी। ये बस कुछ ही समय की बात है। मिलेंगे बातें करेंगे। तुमसे दोबारा मिलने तक।'
बता दें कि इरफान खान साल 2018 से न्यूरोएंडोक्राइम ट्यूमर नाम की एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। करीब एक साल तक विदेश में रहकर इलाज करवाने के बाद इरफान वापिस भारत अपने परिवार के पास लौटे थे। इसी बीच 28 अप्रैल को अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्हें मुंबई में स्थित कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां 29 अप्रैल को उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गए।