जीवन की उलझन से परेशान हैं, तो सुलझाने के लिए ज़रूर देखें बॉलीवुड की ये फिल्में
क्या है खबर?
हर व्यक्ति के जीवन में कोई न कोई समस्या होती है।
कई लोग जीवन की इन समस्याओं से इस तरह प्रभावित होते हैं कि अपना जीवन बर्बाद कर लेते हैं, वहीं कई लोग जीवन की समस्याओं को सुलझाकर आगे बढ़ जाते हैं।
बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी हैं जो जीवन की उलझनों को सुलझाने की प्रेरणा देती हैं।
अगर आप भी जीवन की उलझनों में उलझे हुए हैं, तो सुलझाने के लिए ज़रूर देखें बॉलीवुड की ये पाँच फिल्में।
फिल्म 1
'दिल चाहता है': सोच की वजह से रिश्ते में खटास
किस तरह लोगों की सोच उन्हें दूर कर देती है, इसे 'दिल चाहता है' में ख़ूबसूरती से दिखाया गया है।
इसका निर्देशन फ़रहान अख़्तर ने 2001 में किया था।
फिल्म की कहानी तीन दोस्तों की है जो अपनी अलग सोच की वजह से कॉलेज के बाद अलग हो जाते हैं। बाद में तीनों अपने जीवन की उलझनों को सुलझाते हैं और एक हो जाते हैं।
इसमें आमिर खान, सैफ़ अली खान, अक्षय खन्ना, प्रीति जिंटा और डिंपल कपाड़िया थीं।
फिल्म 2
'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा': यात्रा के दौरान जीवन से प्यार
ज़िंदगी कितनी ख़ूबसूरत है, इसे 'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा' में देखा जा सकता है।
इस फिल्म का निर्देशन 2011 में जोया अख़्तर ने किया था।
फिल्म तीन दोस्तों कबीर, इमरान और अर्जुन की कहानी है। तीनों कबीर की शादी से पहले स्पेन में छुट्टियाँ मनाने जाते हैं। यात्रा के दौरान उन्हें जीवन का असली महत्व समझ में आता है और अपनी उलझनों से निकलने का रास्ता मिलता है।
इसमें ऋतिक रोशन, फ़रहान अख़्तर, अभय देओल और कैटरीना कैफ़ थीं।
फिल्म 3
'ये जवानी है दीवानी': रिश्तों से बढ़कर सपने
जीवन में आगे बढ़ना ज़रूरी है, लेकिन उसकी कीमत क्या होनी चाहिए, इसे 'ये जवानी है दीवानी' में दिखाया गया है।
इसका निर्देशन अयान मुखर्जी ने 2013 में किया था।
फिल्म में कबीर और नैना ट्रेकिंग के दौरान मिलते हैं और नैना को कबीर से प्यार हो जाता है। नैना कुछ कहती इससे पहले ही कबीर अपने सपनों को पूरा करने विदेश चला जाता है।
इसमें रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण, कल्कि कोचलिन और आदित्य रॉय कपूर थे।
फिल्म 4
'तमाशा': ख़ुद की खोज
कई बार हम जीवन में इस तरह उलझ जाते हैं कि ख़ुद को भी भूल जाते हैं, इसे 'तमाशा' फिल्म में अच्छे से दिखाया गया है।
इसका निर्देशन इम्तियाज़ अली ने 2015 में किया था।
फिल्म में वेद और तारा अपनी असली पहचान छुपाकर कोर्सिका में छुट्टियों के दौरान प्यार में पड़ जाते हैं। जब तारा दिल्ली आती है, तो नए वेद से मिलती है, जो ख़ुद की तलाश करता है।
इसमें रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण और पीयूष मिश्रा थे।
फिल्म 5
'कारवाँ': यात्रा से सुलझी जीवन की उलझन
जीवन में कई बार हम बिना सच्चाई जाने ही किसी के बारे में गलत अवधारणा बना लेते हैं, इसे 'कारवाँ' में दिखाया गया है।
इसका निर्देशन आकर्ष खुराना ने 2018 में किया था।
फिल्म में अविनाश अपने दोस्त शौक़त के साथ एक गलतफ़हमी को दूर करने के लिए कोची जाता है। बीच में उन्हें एक लड़की मिलती है। इस यात्रा से अविनाश का जीवन ही बदल जाता है।
इसमें इरफ़ान खान, दलकिर सलमान, मिथिला पालकर और अमला अकिनेनी थीं।