'पीएम नरेन्द्र मोदी' के निर्माताओं को चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, 30 मार्च तक मांगा जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' पर रिलीज़ से पहले ही संकट के बादल छा गए है। निर्वाचन आयोग ने फिल्म के मेकर्स को नोटिस भेज कर जवाब मांगा है। आयोग द्वारा मेकर्स को जवाब देने के लिए 30 मार्च तक का समय दिया है। दरअसल, चुनाव आयोग में शिकायत की गई है कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले फिल्म रिलीज़ करने से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा।
मेकर्स को 30 मार्च तक दिया गया समय
फिल्म के विज्ञापन प्रकाशन को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि संबंधित पक्षों को जवाब देने के लिए 30 मार्च तक का समय दिया गया है। बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग में जाकर लिखित शिकायत की थी और फिल्म की रिलीज़ पर चुनाव तक बैन लगाने की मांग की थी।
EC का मेकर्स को नोटिस
पब्लिक डिमांड देखते हुए बदली गई रिलीज़ डेट
मेकर्स द्वारा कुछ दिन पहले फिल्म की रिलीज़ डेट बदल कर 05 अप्रैल, 2019 की गई थी। पहले फिल्म 12 अप्रैल को रिलीज़ होनी थी। प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने कहा था कि वे 'पीएम नरेंद्र मोदी' को पब्लिक डिमांड की वजह से एक हफ्ते पहले रिलीज़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि लोगों को फिल्म के बारे में जानने और देखने में बहुत उत्सुकता है। ऐसे में मेकर्स लोगों को और ज्यादा इंतजार नहीं करवा सकते हैं।
फिल्म के खिलाफ मुंबई हाइ कोर्ट में याचिका
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट सतीश गायकवाड़ ने मुंबई हाइकोर्ट में याचिका फाइल की है। उन्होंने याचिका में कहा है कि चुनाव के दौरान फिल्म का रिलीज होना आचार संहिता का उल्लंघन है।
'पीएम नरेंद्र मोदी' के लुक में विवेक ओबेरॉय
फिल्म की स्टारकास्ट
'पीएम नरेंद्र मोदी' को 'मैरी कॉम' की बायोपिक बनाने वाले डायरेक्टर ओमंग कुमार ने डायरेक्ट किया है। इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन और उनके सफर को दर्शाया जाएगा। फिल्म में बरखा बिष्ट, नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन के किरदार में दिखेंगी और ज़रीना वहाब प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन की भूमिका में दिखाई देंगी। वहीं, प्रशांत नारायण खलनायक की भूमिका में दिखाई देंगे। फिल्म हिंदी के अलावा तेलुगू और तमिल भाषा में भी रिलीज़ की जाएगी।