'रहना है तेरे दिल में' के सीक्वल पर बोलीं दीया मिर्जा, बताया कहां अटक रहा पेंच
अपनी खूबसूरती और अभिनय कौशल से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली दीया मिर्जा अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। आखिरी बार पिछले साल रिलीज हुई फिल्म 'धक धक' की वजह से चर्चा में रहीं दीया अब एक बार फिर खबरों में हैं। अब अभिनेत्री 2001 में रिलीज हुई अपनी फिल्म 'रहना है तेरे दिल में' के सीक्वल को लेकर चर्चा में आई हैं। चलिए जानते हैं क्या बोलीं अभिनेत्री।
'रहना है तेरे दिल में' पर बोलीं दीया
फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में दीया से पूछा गया कि 'रहना है तेरे दिल में' की रिलीज के समय अगर आपको कुछ कहने का मौका दिया जाए तो आप क्या कहेंगी? इस पर वह बोलीं, "कहानी जिस तरह कही जाती है, उसकी प्रक्रिया पर भरोसा रखें। किसी फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन आपकी काबिलियत को परिभाषित नहीं करता है। जब यह फिल्म फ्लॉप रही तो निराशा हुई थी। उस समय यह अपनी हार जैसी लगी थी।"
नहीं लिख पाए सीक्वल की स्क्रिप्ट
दीया आगे बोलीं, "लेकिन जैसे-जैसे फिल्म को लोकप्रियता और एक कालजयी फिल्म का दर्जा मिला, मुझे पता चला कि फिल्मों का अपना सफर होता है और केवल खुद को पूरी तरह से समर्पित करना मायने रखता है।" दीया ने यह भी बताया कि क्या उन्होंने कभी इसके सीक्वल के बारे में सोचा है। वह बोलीं, "कई बार स्क्रिप्ट लिखी गई, लेकिन हम वैसी स्क्रिप्ट लिखने में नाकाम रहे, जो सही में मैडी और रीना की कहानी को आगे ले जाए।"
'रहना है तेरे दिल में 2' में इन्हें देखना चाहती हैं दीया
'रहना है तेरे दिल में 2' को लेकर की गई बातचीत में दीया ने इस बात से भी पर्दा उठाया कि अगर यह फिल्म कभी बनती है तो वह इसमें किन कलाकारों को काम करते देखना चाहेंगी। अभिनेत्री बोलीं, "मैं इस पर पक्का कुछ नहीं कह सकती...लेकिन नए लोग हो सकते हैं। जैसे हम थे...।" बता दें, इस फिल्म से जहां दीया ने अपना अभिनय करियर शुरू किया था, वहीं यह आर माधवन की पहली बॉलीवुड फिल्म थी।
स्क्रिप्ट कैसे चुनती हैं दीया
इस खास बातचीत के दौरान दीया ने यह भी खुलासा किया कि वह कोई भी स्क्रिप्ट कैसे चुनती हैं। दीया ने सवाल पूछते हुए कहा, "क्या कहानी से कोई फर्क पड़ता है? क्या इसका मेरे अब तक के सफर में जरा भी मतलब है? क्या कहानी सुनाने वाले लोग जानबूझकर ऐसा कर रिहे हैं? इन तीन प्रश्नों का सकारात्मक उत्तर आमतौर पर यह तय करता है कि मैं किसी कहानी का हिस्सा बनना चाहती हूं या नहीं।"
फ्लॉप होकर भी कैसे छाई 'रहना है तेरे दिल में'?
गौतम वसुदेव मेनन निर्देशित 'रहना है तेरे दिल में' सिनेमाघरों में कमाल नहीं दिखा सकी थी, लेकिन इसके गाने बहुत लोकप्रिय हुए थे। माधवन और दीया की जोड़ी दर्शकों को पसंद आई थी और जब यह टीवी पर आई तो इसे भरपूर प्यार मिला।