'क्रू' रिव्यू: करीना, तब्बू, कृति की तिकड़ी ने किया कमाल, राजेश कृष्णन निर्देशन में रहे अव्वल
काफी समय से एक फिल्म की बहुत चर्चा हो रही थी और यह फिल्म 'क्रू' थी। इस फिल्म में पहली बार करीना कपूर खान, तब्बू और कृति सैनन एक साथ नजर आई हैं। दर्शक इसकी रिलीज का इंतजार कर रहे थे। सभी देखना चाहते थे कि तीनों की तिकड़ी क्या कमाल करती है। आज (29 मार्च) राजेश ए कृष्णन की 'क्रू' टिकट खिड़की पर धमाल मचाने पहुंच चुकी है। चलिए जानते हैं कैसी है फिल्म।
कोहिनूर एयरलाइंस की एयर होस्टेस की कहानी
'क्रू' की कहानी कोहिनूर एयरलाइंस में काम करने वाली 3 एयर होस्टेस गीता सेठी (तब्बू), जैस्मिन राणा (करीना) और दिव्या बाजवा (कृति) के इर्द-गिर्द घूमती है। इन तीनों को अपने जीवन की कठिनाइयों से निपटने के लिए ऐसे काम करने पर मजबूर किया जाता है, जिनसे वे नफरत करती हैं। तीनों की जिंदगी में आफतों का तूफान तब आता है, जब एयरलाइंस दिवालिया हो जाती है और बाकी क्रू सदस्यों के साथ ही उन्हें भी पैसों की किल्लत होती है।
लालच के जाल में फंसी तिकड़ी
कहानी में आए इस ट्विस्ट के कारण गीता, जैस्मिन और दिव्या को महीनों तक बिना सैलरी के काम करना पड़ता है। इन मुश्किल हालातों में उनकी जान तब गले में अटक जाती है, जब उनका मालिक विजय वालिया (शाश्वत चटर्जी) भारत छोड़कर भाग जाता है। मुश्किल भरी घड़ी में ये तिकड़ी अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए लालच के ऐसे जाल में फंसती है, जिसे देखने के लिए आपको सिनेमाघर का रुख कर इनके सफर पर जाना होगा।
विजय माल्या से मिलती-जुलती है कहानी?
जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, ऐसे परिदृश्य देखते हैं, जो किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों की दुर्दशा से मिलता-जुलता है। इससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म में भगोड़े विजय माल्या से मिलती-जुलती कहानी हंसी और ग्लैमर के साथ परोसी गई है।
तीनों अभिनेत्रियों का अभिनय फिल्म की जान
फिल्म में करीना का काम काबिल-ए-तारीफ है। जैस्मिन के किरदार को जिस तरह की हॉटनेस की जरूरत थी वह अभिनेत्री में कूट-कूट के भरा है। पूरी फिल्म में उनके हाव-भाव संवादों के अनुसार बदलते हैं, जो दिल जीत लेते हैं। तब्बू ने इस उम्र में अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर प्रशंसकों को कॉमेडी-ग्लैमर का तोहफा दिया। वह अपने किरदार के साथ पूरा न्याय करती हैं। कृति ने दिव्या के रूप में फिल्म को मजेदार बनाने में सहायता की है।
अन्य कलाकारों ने भी दिया साथ
तब्बू के पति के रूप में कपिल शर्मा का काम बेमिसाल है। दिलजीत दोसांझ ने भी अपने किरदार को शिद्दत से निभाया। ऐसे में ये दोनों फिल्म के खत्म होने के बाद भी अपने किरदारों को दर्शकों के दिलों में जिंदा रखने में कामयाब रहे।
राजेश ए कृष्णन का सराहनीय काम
फिल्म 'लूटकेस' और 'TVF ट्रिपलिंग' जैसी सीरीज से लोगों का दिल जीतने वाले राजेश पहली बार 'क्रू' के साथ सिनेमाघरों में दर्शकों का मनोरंजन करने पहुंचे हैं। उन्होंने सराहनीय काम किया है, जो निश्चित रूप से दर्शकों के दिलों को छूएगा। उनकी फिल्म ने भारतीय विमानन उद्योग के एक अंधकारमय दौर को कॉमेडी के साथ पेश करके अपनी कला का शानदार प्रदर्शन किया। राजेश ने अपने दर्शकों को पल भर के लिए भी बोर होने का मौका नहीं दिया है।
लेखन में दिखा नयापन
लेखन में निधि मेहरा और मेहुल सुरी अपना कमाल दिखाने में सफल रहे। दोनों ने फिल्म में बोल्ड संवादों को इस तरह लिखा है कि वे भद्दे न लगें। उनका काम निर्माता एकता कपूर और रिया कपूर की महिला प्रधान फिल्मों में नयापन लाता है।
कई मुद्दों को छूती है फिल्म
यह फिल्म आपको एक ऐसे सफर पर ले जाएगी, जिसमें आपको समाज के ऊपरी मध्य वर्ग के जीवन की मुश्किलों और कठिनाइयों को पास से दिखाया गया है। फिल्म आपको हंसने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी और मुख्य कलाकारों का शानदार अभिनय इस फिल्म को पैसा वसूल बनाता है। फिल्म में कॉमेडी साथ दर्शकों को एयर होस्टेस की नौकरी में आने वाली परेशानियों को भी बारीकी से दिखाया गया है।
यहां खली कमी
निर्माताओं ने 'क्रू' को दर्शकों से बांधने में बहुत समय लगाया है। इससे इसका पहला भाग खींचा हुआ लगता है, जो दूसरे भाग के लिए उत्साह को कम करता है। फिल्म अतीत और वर्तमान के बीच झूलती भी दिखती है, जो दर्शकों को भ्रमित कर सकता है। सहायक किरदारों को गहराई से नहीं दिखाया गया, जो उनकी क्षमताओं को पूरी तरह पर्दे पर नहीं ला पाता। दिलजीत और बादशाह साथ मिलकर भी फिल्म को प्रभावशाली संगीत देने में असफल रहे।
बॉलीवुड मसाले से कुछ चीजें हुई अटपटी
फिल्म में बॉलीवुड मसाला भी डाला गया है, जो कभी-कभार सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा सच में हो सकता है। कुछ चीजें देखकर ऐसा लगता है मानों अब हिंदी फिल्मों के हीरो के साथ ही अभिनेत्रियां भी सबकुछ कर सकती हैं।
देखें या ना देखें?
क्यों देखें?- अगर आप पिछले काफी समय से सिनेमाघरों में एक मनोरंजक फिल्म देखने के लिए तरस रहे हैं तो 'क्रू' आपके लिए एकदम सही रहेगी। बीते समय से लंबी-लंबी फिल्मों की रिलीज के बीच सिर्फ 2 घंटे 3 मिनट की यह फिल्म वरदान लगती है। क्यों ना देखें?- अगर आप बॉलीवुड मसाला फिल्में देखने से ज्यादा गंभीर मुद्दों पर बनी फिल्में देखना पसंद करते हैं तो आप करीना, तब्बू और कृति की 'क्रू' छोड़ सकते हैं। न्यूजबाइट्स स्टार- 3.5/5