'द केरल स्टोरी' पर बढ़ा विवाद, कांग्रेस ने की फिल्म पर प्रतिबंध की मांग
पिछले हफ्ते सुदिप्तो सेन की फिल्म 'द केरल स्टोरी' का टीजर जारी हुआ था। टीजर जारी होने के बाद से ही फिल्म चर्चा में है। जहां सोशल मीडिया पर एक वर्ग फिल्म का समर्थन कर रहा है, वहीं एक वर्ग फिल्म के विरोध में है। फिल्म पर केरल की छवि को गलत तरीके से दर्शाने का आरोप है। इसे लेकर अब राजनीति और गरमा गई है। कांग्रेस ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। जानते हैं पूरा मामला।
32,000 लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की है कहानी
सनशाइन पिक्चर्स ने 'द केरला स्टोरी' का टीजर जारी किया था। करीब 1 मिनट 19 सेकेंड के इस टीजर में अदा शर्मा एक कहानी बता रही हैं। फिल्म में अदा के किरदार का नाम शालिनी उन्नीकृष्णन है। वह नर्स बनना चाहती थी लेकिन उसका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराकर आतंकी संगठन ISIS में भेज दिया गया। अब वह अफगानिस्तान की जेल में बंद है। वह कहती है कि यह सिर्फ उसकी नहीं, केरल की 32,000 लड़कियों की कहानी है।
टीजर जारी होते ही दो गुटों में बंटे लोग
टीजर जारी होने के बाद फिल्म को लेकर दर्शक दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट का कहना है कि केरल की इस कहानी की सच्चाई सामने आनी चाहिए। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि केरल में ऐसा कुछ नहीं हुआ था। कांग्रेस नेता वीडी सतीशन ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सतीश का कहना है कि यह साफ-साफ गलत जानकारी का मामला है।
यह संघ परिवार का एजेंडा है- सतीशन
सतीशन ने कहा, "मैंने टीजर देखा है। यह सीधा-सीधा गलत जानकारी का मामला है। केरल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। इस फिल्म को अन्य राज्यों के सामने केरल की छवि खराब करने के इरादे से बनाया गया है। यह संघ परिवार का एजेंडा है। वे लगातार लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। फिल्म किस आधार पर बनाई गई है और किन जानकारियों पर?" बकौल सतीशन राज्य की पुलिस के पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है।
पुलिस महानिदेशक ने दिया FIR का निर्देश
मंगलवार को केरल के पुलिस महानिदेशक अनिल कांत ने तिरुवनंतपुरम के कमिश्नर को फिल्म निर्माताओं के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश मुख्यमंत्री पिनरई विजयन द्वारा भेजी गई एक पत्रकार की चिट्ठी की प्रतिक्रिया में दिया गया है। केरल के एक पत्रकार बीआर अरविंदक्षण ने सेंसर बोर्ड और मुख्यमंत्री को फिल्म पर रोक लगाने और निर्माताओं से इन घटनाओं के सबूत मांगने के लिए चिट्ठी लिखी की थी।