
प्रभास समेत इन सितारों की बढ़ीं मुश्किलें, अवैध सट्टेबाजी ऐप का प्रचार करने पर मामला दर्ज
क्या है खबर?
साउथ की मशहूर हस्तियों द्वारा सट्टेबाजी ऐप का प्रचार-प्रसार करने का विवाद बढ़ता जा रहा है।
टॉलीवुड के कई सितारे इस विवाद में फंस चुके हैं। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देने के आरोप में राणा दग्गुबाती, विजय देवरकोंडा, प्रकाश राज, अनन्या नागल्ला और निधि अग्रवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।
अब सुपरस्टार प्रभास भी मुश्किल में फंस गए हैं।
उनके साथ-साथ नंदमुरी बालकृष्ण और गोपीचंद पर भी FIR दर्ज की गई है।
शिकायत
चीन ऐप फन88 का प्रचार करने का आरोप
आरोप है कि तीनों अभिनेताओं ने एक चीनी सट्टेबाजी ऐप, फन88 का प्रचार किया, जो गूगल क्रोम के माध्यम से संचालित होती है।
टॉक शो 'अनस्टॉपेबल सीजन 2' के दौरान कथित तौर पर इस ऐप का समर्थन किया गया था। उस विशेष एपिसोड में प्रभास और गोपीचंद मेहमान के रूप में शामिल हुए थे और बालकृष्ण शो के होस्ट थे।
नेल्लोर निवासी श्रीराम बाबू ने दावा किया है कि उन्होंने इस प्लेटफॉर्म के जरिए 80 लाख रुपये गंवाए हैं।
आरोप
ऐप का प्रचार के लिए सितारों को ठहराया दोषी
शिकायतकर्ता ने इन सभी कलाकारों पर बैटिंग ऐप का प्रचार करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था।
अधिकारी गेमिंग संशोधन अधिनियम के तहत आरोपों की जांच कर रहे हैं।
हालांकि, शिकायतकर्ता ने शुरुआत में ऐप के जरिए मुनाफा कमाया, लेकिन बाद में उन्हें बहुत सारा पैसा खोना पड़ा, जिसके बाद वह कर्ज में डूब गए। उन्होंने ऐप की प्रचार गतिविधियों को दोषी ठहराया है, जिसने यूजर्स को पैसा निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया।
मांग
ऐप पर रोक लगाने की मांग
शिकायतकर्ता ने राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों का हवाला देते हुए अधिकारियों से ऐप तक सार्वजनिक पहुंच पर रोक लगाने का आग्रह किया।
ऐप पर लोगों को गेम खेलने और पैसे हारने का लालच देकर धोखा देने का आरोप है, जिसमें पैसे खच्चर खातों के माध्यम से भेजे जाते हैं।
कथित तौर पर यह ऐप एक प्रतिबंधित चीनी गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ा हुआ है, जो तेलंगाना गेमिंग संशोधन अधिनियम, 2017 और डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड का उल्लंघन करता है।
केस
इससे पहले 11 कलाकारों पर दर्ज हुआ था मामला
सितारे इन ऐप्स का प्रचार करने के लिए मोटे पैसे लेते हैं। उन्हें देखते हुए युवा भी सट्टेबाजी की तरफ आकर्षित होते हैं और अपनी मेहनत की कमाई इसमें लगा देते हैं। इस तरह सट्टेबाजी को बढ़ावा देना 1867 के सार्वजनिक जुआ कानून खिलाफ है।
कुछ दिन पहले पंजागुट्टा पुलिस ने अलग-अलग फिल्म उद्योगों के 11 कलाकारों और इन्फ्लुएंसर के खिलाफ भी केस दर्ज किया था। इन सब पर सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार करने के आरोप थे।