मुझे ज्यादा वोट मिले थे, लेकिन फिल्म पुरस्कार जया बच्चन को दे दिया गया- अभिनेत्री बिंदू
क्या है खबर?
70 और 80 के दशक की दिग्गज अभिनेत्री बिंदू किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। अभिनेत्री ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है।
1969 में फिल्म 'दो रास्ते' से डेब्यू करने वाली अभिनेत्री ने हाल ही में करियर के शुरुआती दिनों में पुरस्कार नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की।
अभिनेत्री ने कहा कि फिल्मफेयर में ज्यादा वोट मिलने के बाद भी उन्हें पुरस्कार न देकर 'गुड्डी' के लिए जया बच्चन को दिया गया था।
विस्तार
नामांकन के बाद भी नहीं मिला फिल्मफेयर
बॉलीवुड हंगामा के साथ खास बातचीत के दौरान बिंदू ने अपने बॉलीवुड करियर के बारे में बात की।
उन्होंने बताया कि फिल्मफेयर में उन्हें कई बार नामांकन मिला था, लेकिन एक बार भी वह पुरस्कार नहीं जीत पाईं।
अभिनेत्री को लगता है कि वह अपनी पहली फिल्म 'दो रास्ते' के लिए पुरस्कार से केवल इसलिए वंचित रह गईं क्योंकि वह इंडस्ट्री में नई थीं।
हालांकि, जब 'गुड्डी' के लिए जया को पुरस्कार मिला तो यह तर्क लागू नहीं किया गया।
बयान
ज्यादा वोट मिलने के बाद भी ऐसा हुआ- बिंदू
बिंदू ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "ये सब अंदर की बातें हैं, मुझे पता भी चला था कि सबसे ज्यादा वोट मिलने के बावजूद भी मुझे फिल्मफेयर नहीं दिया गया। ऐसे मेरे साथ 3 से 4 बार हुआ और फिल्मफेयर में तो हमेशा ही मेरे साथ ऐसा हुआ है।"
उन्होंने कहा, "मुझे दो रास्ते के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन उनका तर्क था कि हम आपको आपकी पहली फिल्म के लिए पुरस्कार कैसे दे सकते हैं?"
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'दास्तान' के लिए भी बिंदू को नहीं मिला था अवॉर्ड
बिंदु ने बताया कि कैसे उन्हें पुरस्कार नहीं देकर जया को उनके शुरुआती दिनों में पुरस्कार दिया गया था।
बिंदु ने कहा, "जूरी मेंबर्स ने मुझे पुरस्कार नहीं दिया, लेकिन जया को गुड्डी के लिए पुरस्कार दिया गया क्योंकि वह फिल्म में नायिका के रूप में नजर आई थीं।"
इसके अलावा अभिनेत्री ने बताया कि उन्हें 'दास्तान' फिल्म के लिए भी नामांकन मिला था और अच्छे वोट भी मिले, लेकिन फिर भी उन्हें पुरस्कार नहीं दिया गया।
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पुरस्कार मिलता तो बढ़ता आत्मविश्वास- बिंदू
बिंदू ने माना कि उस समय उन्हें काफी निराशा होती थी क्योंकि अगर वह पुरस्कार जीतने में सफल रहती तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता। खासकर जब से वह इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत कर रही थीं।
उन्होंने कहा, "मुझे बुरा लगता था। जब कोई कलाकार इंडस्ट्री में नया होता है और उसे कोई पुरस्कार मिलता है तो उसकी खुशी अलग ही तरह की होती है। यह प्रेरणा देता है। मैं कहूंगी कि नए कलाकारों को उनका आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए पुरस्कार दें।"
जानकारी
इन फिल्मों के लिए हुई थीं नॉमिनेट
बिंदु को 1969 में 'दो रास्ते', 1970 में 'इत्तेफाक', 1973 में 'दास्तान', 1974 में 'अभिमान', 1975 में 'हवस' और 'इम्तिहान' और 1977 में 'अर्जुन पंडित' के लिए सहायक भूमिका निभाने के लिए नॉमिनेट किया गया था। हालांकि, अभिनेत्री एक बार भी फिल्मफेयर नहीं जीत पाईं।