सालों बाद छलका भारती सिंह का दर्द, बोलीं- शो के दौरान लोग छेड़खानी करते थे
क्या है खबर?
कॉमेडियन भारती सिंह यूं तो दर्शकों को अपनी कॉमेडी से हंसा-हंसाकर लोटपोट कर देती हैं, लेकिन उनकी खुद की जिंदगी काफी संघर्ष भरी रही है।
उनके जीवन की कई ऐसी घटनाएं हैं, जिन्हें याद कर वह दुखी हो जाती हैं।
हाल ही में कॉमेडी क्वीन ने पहली बार अपनी जिंदगी पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि आज वह जिस जगह पर हैं, यह मुकाम पाने के लिए उन्होंने काफी कुछ सहा है।
आइए जानते हैं भारती ने क्या कहा।
आपबीती
..जब अपने साथ हर शो में मां को ले जाने लगीं भारती
एंकर मनीष पॉल से भारती ने कहा, "मेरे साथ कई बार इवेंट के कॉर्डिनेटर बदतमीजी करते थे। शो के लिए जाती थी तो लोग मुझे गलत तरीके से छूते थे। हालांकि, तब मुझे यह बात समझ नहीं आती थी।"
उन्होंने कहा, "फिर मैं हर शो में मम्मी को ले जाने लगी। मैं जहां जाती, वहां मेरे साथ मां होती थी। कॉर्डिनेटर जो मुझे पैसे देते थे, वे मेरी पीठ पर हाथ फेरते थे। यह एक बुरी फीलिंग होती है।"
पछतावा
मैं उस वक्त बेवकूफ थी- भारती
भारती ने कहा, "मैं उस वक्त बेवकूफ थी। पता नहीं चलता था कि मेरे साथ क्या हुआ है। जब कोई गलत तरीके से छूता था तो महसूस होता था कि यह एक अच्छा अहसास नहीं था, लेकिन लगता था कि यह मेरे चाचा की तरह है। ये बुरा नहीं हो सकता।"
भारती ने कहा, "हालांकि, अब मैं अपनी लड़ाई लड़ सकती हूं। वो हिम्मत आ चुकी है, जो लोगों से पूछ सकूं कि वे कहां और क्या देख रहे हैं।"
शर्मनाक
भारती की मां का हाथ पकड़ लेते थे लोग
भारती ने बताया, "जब मैं छोटी थी तो दुकानदार हमारे घर आकर अपनी उधारी मांगते थे। वे मेरी मां का हाथ पकड़ लेते थे। मुझे पता नहीं था कि वे मां के साथ बदतमीजी कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "एक बार तो एक ने मेरी मां के कंधों पर हाथ भी रख दिया था। तब मेरी मां ने कहा, तुम्हें शर्म नहीं आती। मेरे बच्चे हैं, मेरे पति गुजर चुके हैं और तुम इस तरह से व्यवहार कर रहे हो।"
दुख
भारती को ना पिता का प्यार मिला, ना भाई का
भारती ने कहा, "मेरी जिंदगी में केवल मेरी मां ही थी। पिता नहीं थे, जब मैं दो साल की थी तो उनक निधन हो गया था। मेरी बहन और भाई को पिता का प्यार मिला है, लेकिन मुझे नहीं।"
उन्होंने कहा, "भाई तक का प्यार नसीब नहीं हुआ क्योंकि सब अपने-अपने काम में व्यस्त थे। शादी के बाद जब मुझे हर्ष का प्यार मिला तो समझ आता है कि कोई लड़का आपकी देखभाल करता है तो कैसे करता है।"
तंगहाली
नमक के साथ रोटी खाती थीं भारती
भारती ने कहा, "मेरा बचपन बहुत गरीबी में बीता है। कभी-कभार हमें रात को भूखे पेट सोना पड़ता था। मां की शादी 17 साल की उम्र में हो गई थी।"
उन्होंने कहा, "मेरी मां दूसरों के घरों में काम किया करती थी। मुझे याद है हम तब काली चाय या नमक के साथ रोटी खाया करते थे। जिंदगी में मेरे सपने बड़े नहीं है। मैं बस भगवान से दुआ करती हूं कि वह दोबारा हमें कभी वो दिन ना दिखाए।"
आगाज
भारती ने 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' से की थी अपने करियर की शुरुआत
भारती सिंह को आज कौन नहीं जानता है। वह शूटिंग और तीरंदाजी की खिलाड़ी भी रही हैं। भारती राष्ट्रीय स्तर की शूटर रह चुकी हैं। उन्हें शूटिंग में गोल्ड मेडल से भी नवाजा जा चुका है।
भारती ने 2005 में शुरू हुए 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' से अपने करियर की शुरुआत थी। भारती पहली महिला कॉमेडियन थीं, जो 'लाफ्टर चैलेंज' में रनरअप बनी थीं। इस सफलता के बाद भारती ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।