पहले ऑडिशन में रिजेक्ट हो गए थे अरुण गोविल, फिर ऐसे बने दर्शकों के 'भगवान राम'
कोरोना वायरस की वजह से घर में बंद हुए लोग एक बार फिर से रामानंद सागर की 90 के दशक में दिखाई जाने वाली 'रामायण' को याद कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने इसे फिर से देखने की मांग कर डाली। अब दर्शकों का यह पसंदीदा धार्मिक सीरीयल 'रामायण' शनिवार से वापसी कर रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल पहले ऑडिशन में ही रिजेक्ट हो गए थे? आइए जानें।
अरुण ने खुद किया था खुलासा
हाल ही में 'रामायण' की स्टार कास्ट 'द कपिल शर्मा शो' में पहुंची थी। भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण ने यहां बताया था कि जब वह राम के किरदार के लिए ऑडिशन देने पहुंचे तो रामानंद सागर ने उन्हें देखते ही रिजेक्ट कर दिया था। इसके कुछ महीनों बाद उन्हें रामानंद ने मिलने बुलाया और कहा कि कमेटी को लगता है कि उन्हें तुमसे बेहतर राम नहीं मिल सकता।
दीपिका को इस तरह मिला था माता सीता का रोल
सीता का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने बताया कि वह पहले से इस प्रोडक्शन का हिस्सा थीं। एक दिन उन्हें सीता के ऑडिशन के लिए बुलाया गया, लेकिन उन्होंने कहा कि वह पहले ही उनके एक धारावाहिक में काम रही हैं। इस पर रामानंद सागर ने उनसे कहा, 'मुझे ऐसी सीता चाहिए जिसे देखते ही लोग समझ जाएं कि कौन सीता है।' इसके बाद उन्होंने चार-पांच स्क्रीन टेस्ट लेकर दीपिका को इस रोल के लिए फाइनल कर लिया।
'रामायण' के रोजाना प्रसारित होंगे दो एपिसोड
बता दें कि शनिवार 28 मार्च से 'रामायण' का प्रसारण डीडी नेशनल पर किया जाएगा। इसका पहला एपिसोड सुबह 9 से 10 बजे और दूसरा रात 9 से 10 बजे दिखाया जाएगा। इसकी जानकारी खुद सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ट्वीट करके दी है।
33 साल पहले हुआ था प्रसारण
33 साल पहले प्रसारित होने वाली होने वाली इस 'रामायण' का लेखन और निर्देशन रामानंद सागर ने किया था। इसका पहला एपिसोड 25 जनवरी, 1987 को हुआ था। भगवान राम और माता सीता की इस कहानी को 78 कड़ियों में पेश किया गया था। इसके बाद 31 जुलाई, 1988 को इसका आखिरी एपिसोड दिखाया गया था। इसका प्रसारण हर रविवार को सुबह 09:30 बजे किया जाता था। इस शो ने दूरदर्शन पर एक इतिहास रच डाला था।
सितारों को सचमुच भगवान मानने लगे थे दर्शक
रामायण में अरुण और दीपिका के अलावा सुनील लहरी ने लक्ष्मण और दारा सिंह ने हनुमान की भूमिका अदा की थी। उस समय आलम यह था कि इन सितारों को दर्शकों ने सचमुच भगवान मानना शुरु कर दिया था। दीपिका ने इस बात का जिक्र कपिल के शो में भी किया था कि कैसे लोग उन्हें देखते ही उनके पैर छूने लगते थे। उस समय 'रामायण' शुरु होने से पहले ही लोग टीवी के सामने नहा-धोकर बैठ जाते थे।