
अनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स इंडिया को बताया दोगला और पाखंडी, जानिए OTT पर क्यों फूटा गुस्सा
क्या है खबर?
अनुराग कश्यप का नाम उन निर्देशकों में शुमार हैं, जो अपनी दो टूक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। पिछले दिनों उन्होंने बाॅलीवुड को जहरीला बताते हुए मुंबई छोड़ने की पुष्टि की और बेंगलुरु शिफ्ट हो गए।
उन्होंने साफ कहा कि हिंदी सिनेमा सिर्फ नंबर पर चलता है। यहां कंटेंट की कोई जगह नहीं है।
बॉलीवुड को खरी-खोटी सुनाने के बाद अब अनुराग का नेटफ्लिक्स इंडिया और नेटफ्लिक्स इंडिया के बॉस पर गुस्सा फूटा है।
सराहना
'एडोलेसेंस' की तारीफ में कही ये बड़ी बात
अनुराग ने इंस्टाग्राम पर ब्रिटिश नेटफ्लिक्स सीरीज 'एडोलेसेंस' की तारीफ में लिखा, 'मैं हैरान हूं और मुझे जलन हो रही है कि कोई ऐसा शो भी बना सकता है। बाल कलाकार ओवेन कूपर और पिता की भूमिका में स्टीफन ग्राहम का प्रदर्शन अद्भुत है, जाे इसके सह-निर्माता भी हैं। इस शो में जितनी मेहनत की गई है, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उन्होंने हर एपिसोड को एक ही शॉट में शूट करने के लिए कितनी तैयारी की होगी।'
निशाना
नेटफ्लिक्स इंडिया के CEO पर अनुराग ने साधा निशाना
अनुराग ने नेटफ्लिक्स के CEO टेड सारानडोस और चीफ कंटेंट ऑफिसर बेला बजरिया को दोगला बताते हुए उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई।
उन्होंने लिखा, 'अब मैं अपनी बात करता हूं। टेड सारानडोस ने कुछ दिनों पहले एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हमारे पास कभी-कभार ऐसे लोग आ जाते हैं, जो नए तरह के कंटेंट को दिखाते हैं। रचनात्मकता की सीमाओं को तोड़ते हैं। खुद को चुनौती देते हैं। यही उनके करियर को परिभाषित करता है।'
दो टूक
टेड इस शो के लिए हामी ही न भरते- अनुराग
अनुराग लिखते हैं, 'उम्मीद है कि टेड इस बात को मानते भी हों, क्योंकि नेटफ्लिक्स इंडिया के नजरिए से तो ये बिल्कुल उल्टी बात है। अगर उन्हें इस तरह का कोई शो प्रस्तावित किया जाता तो वो उसे ठुकरा देते या कहते कि इस पर बस 90 मिनट की फिल्म बना लो। ये भी लगभग असंभव सा लगता है, क्योंकि शो का अंत सीधा-सपाट नहीं है।'
अनुराग ने नेटफ्लिक्स के लिए बनाई अपनी सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' पर भी बात की।
भड़ास
अनुराग ने नेटफ्लिक्स इंडिया को बताया 'पाखंडी'
अनुराग ने इशारे-इशारे में नेटफ्लिक्स इंडिया को पाखंडी कह दिया।
उन्होंने लिखा, 'सेक्रेड गेम्स' के बाद मैं 2 बार नेटफ्लिक्स के पास गया। मुझे सहानुभूति और साहस की कमी हर बार महसूस हुई। सीरीज प्रमुख के अंदर असुरक्षा की भावना थी। मैं इन चीजों से झल्ला गया। हम नेटफ्लिक्स के इस भ्रष्ट रवैये के साथ इतना जोरदार कंटेंट कैसे बनाएंगे। टेड और बेला का ये पाखंड भारतीय बाजार के लिए ही है, जहां कंपनी सिर्फ अपना सब्स्क्रिप्शन बढ़ाना चाहती है।
कूमकू
अनुराग ने जताई ये उम्मीद
अनुराग ने लिखा, 'उम्मीद है कि वो कुछ सीखें और इस बात को समझें कि इंडियन नेटफ्लिक्स पर जो कुछ भी अच्छा बन रहा है, वो या तो किसी दूसरे शो से लिया गया है जैसे 'दिल्ली क्राइम' या 'ब्लैक वारन्ट' या जिस पर वो लोग बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं, जैसे 'कोहरा' या 'ट्रायल बाई फायर'। आशा करता हूं कि नेटफ्लिक्स इंडिया का भविष्य बेहतर हो।'
बात करें सीरीज 'एडोलेसेंस' की तो इसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है।